आंध्र प्रदेश में अब चंद्रबाबू नायडू के नाम सबसे अधिक चार बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड कायम हो चुका है। इस रिकॉर्ड से जुड़ा एक और रिकॉर्ड बना है जिसमें चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई चुनाव लड़ी एनडीए ने विधानसभा की 175 में से 164 सीटों पर जीत कायम की। अकेले नायडू की टीडीपी को 135 सीटें मिलीं, जो बहुमत से कहीं अधिक हैं। इस विशाल जीत का श्रेय अगर चंद्रबाबू नायूड के पॉलिटिकल कमिटमेंट को जाता है तो इस चुनाव के लिए स्ट्रेटजी बनाने वालों का भी इसमें कम योगदान नहीं है। इन्हीं स्ट्रेटजिस्ट्स में एक नाम है सत्या शर्मा का जो बिहार के रहने वाले हैं। रॉबिन शर्मा, शांतनु सिंह के साथ सत्या टीडीपी के लिए काम कर रहे थे और इस बड़ी जीत को हासिल करने वाली टीम के सक्रिय सदस्य रहे।
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सत्या मूलरूप से पॉलिटिकल कंसल्टेंट हैं। मैनेजमेंट में पीजी करने वाले सत्येंद्र शर्मा इससे पहले भी कई पॉलिटिकल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे हैं। अलग अलग चुनाव कराने का अनुभव रहा है और संगठन के साथ जुड़कर काम करना पसंद करते हैं।
आपको बता दें कि सत्या इससे पहले जदयू और आम आदमी पार्टी के लिए भी काम कर चुके हैं। 2015 में सत्या जदयू के लिए बिहार के विधानसभा चुनाव में पॉलिटिकल स्ट्रेटजी टीम का हिस्सा थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सत्या जदयू से ही जुड़े थे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के लिए 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में काम किया। आम आदमी पार्टी के साथ संगठनात्मक रूप से जुड़कर भी सत्या ने जम्मू कश्मीर में काम किया है। इसके बाद 2024 में आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए सत्या टीडीपी से जुड़े थे।