बिहार में VIP सुप्रीमों मुकेश सहनी पर कई अटकले लगाई जा रही है। साथ ही उनके तीनों विधायकों ने उनका साथ छोड़ भाजपा का दमन थाम लिया है। जिसके बाद से ही बिहार की सियासत में उथल पुथल मची हुई है। इसी क्रम में चिराग पासवान ने आज बयान दिया कि पार्टी बदलना कोई बड़ी बात नहीं है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है और ना ही यह कोई पहला दल है, जिसके साथ यह घटना घटी है। यह तो हमेशा से ही चलते आया है।
महत्वाकांक्षाओं के लिए विधायक बदलते है दल
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने बताया कि हमारे नेता रामविलास पासवान ने जब से पार्टी की शुरुआत की, तभी से देखते आए है कि अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए विधायक एक दूसरे दल में आते जाते रहते है। मेरे ख्याल से शायद ही कोई ऐसा विधायक होगा जिसने कभी पार्टी ना बदली हो।
एनडीए पार्टी लेगी फैसला
हालांकि चिराग पासवान ने यह भी कहा कि यह जो कुछ भी हो रहा है, यह VIP सुप्रीमों मुकेश सहनी और उनकी पार्टी का अपना व्यक्तिगत मामला है। हो सकता है की उनकी पार्टी के कुछ लोग सहनी के विचारों से सहमत ना हो। क्या पता की उनके अपने अलग पक्ष हो। भविष्य के बारे में सोच कर ही उन्होंने यह सब किया होगा। बता दें कि VIP सुप्रीमों के मंत्री पद से इस्तीफा देने के सवाल पर चिराग ने कहा कि मुझे नहीं पता की उनके गठबंधन में क्या चल रहा और उनकी किसी से क्या बात हुई है। सहनी बहुत समय से महागठबंधन का हिस्सा बने हुए थे। उन पर जो फैसला लेना है वह एनडीए के घटक दल तय करेंगे।