बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सोमवार को एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का ऐलान हो गया है। ऐसे में बीजेपी 17, जेडीयू 16, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा 1, जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ 1 और चिराग पासवान की एलजेपी(रामविलास) को 5 सीटें दी गई हैं। लेकिन उनके चाचा केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिलने से वे नाराज हो गए हैं। इसी बीच चिराग पासवान ने खुद के भी सीट का कल आधिकारिक ऐलान कर दिया है।
चिराग पासवान ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव हाजीपुर सीट से ही लडूंगा। एनडीए में सीट बंटवारे के बाद सोमवार को दिल्ली में पहली बार चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि वह हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री को विशेष रूप से धन्यवाद दिया कि उन्होंने उनकी पार्टी की चिंता की और मान-सामान्य रखा। इससे पहले सोमवार को एलजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने भी कहा था कि चिराग पासवान हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि चिराग अभी जमुई से सांसद हैं। हाजीपुर से पशुपति पारस सांसद हैं। चाचा-भतीजे के बीच हाजीपुर सीट को लेकर पिछले कई महीनों से जुबानी जंग चल रही थी। एनडीए के बीच सीट बंटवारे में चिराग पासवान अपनी बात मनवाने में कामयाब हो गए। लेकिन पशुपति पारस अपनी मांगें मनवाने में नाकाम रहे।
पारस बीजेपी नेतृत्व को कई बार यह बात बता चुके थे कि वह अपनी मौजूदा संसदीय सीट हाजीपुर से ही दोबारा चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन इसके बावजूद यह सीट चिराग पासवान को दे दी गई। चिराग पासवान से बगावत करके पारस ने अपनी अलग पार्टी बनाई थी। इससे चाचा-भतीजे के बीच मनमुटाव काफी दिनों से है।