बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने एक बार फिर से जनता से सीधे संवाद के लिए आज जनता दरबार का आयोजन करवाया है। जहां वह लोगों की मांगे, नाराजगी और शिकायतें सुन रहे है। बताया जा रहा है कि आज सभी जरुरी मुद्दे जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, विज्ञान और प्रावैधिकी, कला संस्कृति एवं युवा, वित्त, सूचना प्रावैधिकी, श्रम संसाधन और अन्य विभागों से संबंधित याचनों के बारे में बाते कर रहे है।
प्रदेश के कई जिलों से आए लोग
बता दें कि इस जनता दरबार में प्रदेश के कई जिलों से लोग सीएम नीतीश को अपनी याचनाएं सुनाने आए है। जहां मुंगेर के एक फरियादी ने सीएम से बताया कि उनकी बेटी की मौत महज एक साल पहले सांप काटने से हो गई थी। जिसके बाद सरकार की तरफ से मुआवजा मिलना था जो कि अभी तक नहीं मिल सकी है। यह बात सुनने के बाद सीएम ने आपदा प्रबंधन के सचिव को फोन पर कहा कि इस मामले को जल्द देखें और पीड़ित परिवार को सहायता राशि देने का कार्य करें।
सीएम ले रहे एक्शन
वहीं मुजफ्फरपुर से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री को बताया कि आरटीई के तहत निजी स्कूल बच्चों का दाखिला करने से माना कर रही है। जबकि पिछले वर्ष छह सौ सीट इसके लिए रखी गई थी लेकिन फिर भी स्कूल प्रबंधन ने एक भी बच्चों का दाखिला नहीं किया। यह याचिका सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत शिक्षा मंत्री को फोन लगाकर इसे पुरे मामले का संज्ञान लेने को कहा। साथ ही सीएम से मिलने पूर्णिया से आए एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि उनके इलाकेमें स्वास्थ्य केंद्र पर माफियाओं ने अवैध कब्जा कर रखा है। जिसे सुनते ही सीएम चिंता में पढ़ गए और तुरंत अफसरों को फोन लगा कर इस मामले का संज्ञान लेकर कार्यवाही करने को कहा।