बिहार में महागठबंधन की नई सरकार के मंत्री खासे विवादों वाले साबित हो रहे हैं। शपथ लेने 15 दिन में मंत्री कार्तिक कुमार का इस्तीफा हो गया। तो दूसरी ओर जनता के सामने भावना में बहते हुए मंत्री अपनी ही सरकार की बखिया उधेड़ दे रहे हैं। सरकार के नए कृषि मंत्री हैं सुधाकर सिंह। कैमूर जिले के रामगढ़ सीट से विधायक चुने गए सुधाकर सिंह इस बार मंत्री भी बन गए हैं। वर्तमान मंत्रिमंडल जिले से दूसरे मंत्री हैं। लेकिन उनका कहना है कि अकेले वे किसानों की बात कैबिनेट में बोलते हैं तो कोई सुनता नहीं है।
‘कृषि विभाग के लोग चोर हैं’
कैमूर के चांद प्रखंड में पहुंचे मंत्री सुधाकर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि विभाग के लोग चोर हैं। मंत्री सुधाकर यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि सरकार वही पुरानी है और इसके चाल चलन भी पुराने हैं। जिन किसानों को धान की अच्छी खेती करनी होती है वह बिहार राज्य बीज निगम के धान के बीज को तो लेते ही नहीं हैं। अगर किसी कारण ले भी जाते हैं तो उसे अपने खेतों में नहीं डालते हैं। बीज निगम वाले किसानों को राहत देने की जगह चोरी कर लेते हैं।
‘मैं चोरों का सरदार’
सुधाकर सिंह ने कहा कि मेरे विभाग के लोग चोर हैं तो मैं कहलाउंगा चोरों का सरदार। लेकिन मेरे उपर भी कई सरदार मौजूद हैं। जनता को लगातार सरकार को आगाह करना होगा। हमारे विभाग का कोई ऐसा अंग नहीं है जो चोरी नहीं करता होगा। उन्होंने कहा कि आप पुतला फूंकते रहिए। इससे मुझे याद रहेगा कि किसान मुझसे नाराज हैं। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो यह लगेगा कि जिले में सब ठीक चल रहा है। अगर कैबिनेट में मैं अकेला बोलता हूं तो उन्हें लगता है कि इनकी अपनी समस्या है। अगर हर कोई बोलेगा तो हमारे ऊपर जो बैठे लोग हैं वो भी सुनेंगे।
जमा खान पर निशाना?
किसानों को संबंधित करते हुए सुधाकर सिंह ने यह भी कहा कि पहले भी कैमूर से मंत्री बनाए गए थे। लेकिन यहां की स्थिति नहीं बदली तो मुझे भी मंत्री बनाया गया। अब जिले में दो-दो मंत्री आ गए हैं। इसके बाद भी स्थिति नहीं बदलती है तो मेरे मंत्री बनने से क्या फायदा। मंत्री सुधाकर सिंह ने इसमें मंत्री जमा खान का नाम तो नहीं लिया। लेकिन उनकी बातों से स्पष्ट है कि वे चैनपुर से विधायक अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान की ही बात कर रहे हैं। चैनपुर भी कैमूर जिले का हिस्सा है।