शिक्षा विभाग और राजभवन के बिच का टकराव कम होता दिख रहा है। जिसकी कोशिश शिक्षा विभाग और नीतीश कुमार की ओर से की जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा 5 यूनिवर्सिटी के वीसी नियुक्त करने को लेकर जो विज्ञापन जारी किया था। उसे शिक्षा विभाग द्वारा वापस ले लिया गया है। वहीं नीतीश कुमार ने राजभवन में जाकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात भी की। दोनों के बीच वीसी नियुक्ति विवाद पर विस्तार से चर्चा भी हुई। जिसके बाद कहा जा रहा है दोनों के बीच का टकराव खत्म हो गया है।
बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा पांच यूनिवर्सिटी में वीसी नियुक्त करने का विज्ञापन दिया गया था। जबकि विश्वविद्यालयों में वीसी की नियुक्ति राजभवन करता है और राजभवन द्वारा पहले ही इसको लेकर विज्ञापन जारी किया है। जिसमें आवेदन की तिथि 25 अगस्त तक थी। दोनों ओर से एक ही तरह के पदों के लिए जारी विज्ञापन से सरकार और राजभवन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई।
वहीं उम्मीदवार भी इसको लेकर काफी कंफ्यूज थे उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा शुरू हो गई थी उसके बाद सीएम खुद राज्यपाल से जाकर मिले और अब इस मुलाक़ात के उपरांत वापस से सबकुछ पटरी पर आता हुआ नजर आ रहा है। बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रोवीसी का वेतन रोक दिया गया था। जिसे राजभवन ने रद्द कर दिया। इसके बाद से ही राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच तनाव की खबरें सामने आने लगी।
तीन विश्वविद्यालयों में राजभवन को पहले ही हटा चुकी सरकार फुल कंट्रोल लेने की तैयारी