अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार सार्वजनिक बयानों और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में आचार्य प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। निष्कासन के बाद उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा, “राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता।”
इससे पहले भी प्रमोद कृष्णम लगातार सार्वजनिक मंचों पर खुलकर राहुल गांधी का विरोध करते थे और प्रियंका गांधी का पक्ष लेते थे। उनकी राय हमेशा यही होती थी कि कांग्रेस की कमान प्रियंका के हाथों में दी जानी चाहिए। इधर कुछ समय से तो वह भाजपा के प्रति सहानुभूति भी दिखा रहे थे। उदाहरण के तौर पर पार्टी प्रोपेगेंडा को टाक पर रखते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर पर भाजपा का समर्थन भी किया था। यही नहीं, उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने के कांग्रेस के फैसले की खुलकर आलोचना भी की थी। इसे दुर्भाग्यपूर्ण फैसला बताते हुए वह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने 22 जनवरी को अयोध्या भी गए थे। कल्कि धाम के पीठाधीश्वर के रूप में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उन्हें 19 फरवरी को कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में संभल आने का न्योता भी दिया था।