बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस दिन से भाजपा से अलग हुए हैं, उनके वापस लौटने की भी चर्चा होने लगी है। नीतीश तो खुल कर भाजपा के विरोध की बात कर रहे हैं। लेकिन उन पर राजनीतिक लोगों को ही पूरी तरह भरोसा नहीं हो पा रहा है। नीतीश कुमार के हर कदम को सवालिया निशान से देखा जा रहा है। उपचुनाव में प्रचार करने नहीं जा रहे हैं, इसे भी अलग रंग दिया जाए। झल्लाए नीतीश कुमार मीडिया से यहां तक कह गए कि अब कितना इम्तिहान दें? लेकिन अब एक और बात सामने आ रही है कि नीतीश कुमार की भाजपा के पास वापसी हो सकती है। उम्र का लिहाज कर भाजपा उन्हें अपना सकती है। यह हम नहीं बल्कि नीतीश कुमार के करीबी रहे उनकी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता कह रहे हैं।
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नीतीश की उड़ाई खिल्ली
जदयू के पूर्व प्रवक्ता और नीतीश कुमार के करीबी रहे डॉ. अजय आलोक पार्टी से हटा दिए गए हैं। जदयू से हटाने से पहले तक डॉ. अजय आलोक भाजपा और नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे गढ़ते नहीं थकते थे। भाजपा से अलग होने के मंसूबे तैयार कर रहे जदयू नेतृत्व को यह रास नहीं आया। तो भाजपा से अलग होने से पहले ही अजय आलोक को चलता कर दिया गया। लेकिन इसके बाद जो अजय आलोक ने शुरू किया, उसने तो नीतीश कुमार के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी। दरअसल, विरोधियों का विरोध में बोलना तो आम है लेकिन जब कोई अपना रहा विरोधियों से आगे बढ़कर बोले तो टेंशन बढ़ जाती है। अजय आलोक ने एक बार फिर नीतीश कुमार की खिल्ली उड़ाई है।
‘नीतीश को नेता मानने को तैयार नहीं’
अजय आलोक ने ट्वीट करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार को कोई भी नेता मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि नीतीश की सत्ता कितने दिन रहेगी, यह कहना मुश्किल है। यही नहीं अजय आलोक ने नरेंद्र मोदी को उदार बताते हुए कहा है कि तरस खा कर वे भाजपा के साथ उन्हें वापस ले लेंगे। अजय आलोक ने इस पूरे ट्वीट का संदर्भ नीतीश कुमार के उपचुनाव के प्रचार में नहीं जाने को लेकर बताया है। हालांक ट्वीट में अजय आलोक ने नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया है। बल्कि उन्हें वो ‘मुरारी’ कहा है कि जो हीरो बनने का ख्वाहिशमंद है। लेकिन उसके पास काबिलियत नहीं है।