पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से जुड़े 17 ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने आज सुबह छापा मारा है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के मामले में की गई है। पटना स्थित राबड़ी आवास पर भी सीबीआई की टीम जांच-पड़ताल करने पहुंची है।
जमीन दे कर नौकरी देने की बात
वहीं खबर मिली है कि पटना के दानापुर में भी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के नाम पर छापेमारी चल रही है। बता दें कि वर्ष 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थें। दानापुर के महुआ में नौकरी देने के नाम पर जमीन दी गयी थी। दो घरों में सीबीआई जांच कर रही है। जमीन दे कर नौकरी देने की बात सामने आ रही है। वही पटना के राबड़ी आवास और गोपालगंज में कार्रवाई पूरी हो गई है। 6 घंटे बाद सीबीआई राबड़ी आवास से निकलने वाले हैं। लेकिन रावड़ी आवास के बाहर राजद के भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद हैं।
राबड़ी देवी और तेजप्रताप से पूछताछ खत्म
राबड़ी देवी और तेजप्रताप से पूरी तरह से पूछताछ खत्म हो गई है। बताया जा रहा है कि गोपालगंज में जिस जगह छापेमारी चल रही है वहां लालू यादव के रेलवे मंत्री रहते दो ट्रांसपोर्टर के घर छापेमारी की गई है। छापेमारी के बाद सीबीआई ने दो लोगों को पूछताछ के लिए साथ ले गई है। साथ में रेलवे से जुड़े कई कागजात भी साथ ले गई है।
15 साल बाद छापा मरवाया जा रहा
वहीं इस छापेमारी पर रोहनी आचार्या ने ट्विट करते हुए लिखा है कि छापेमारी तो बहाना है जातीय जनगणना के मुद्दे पर लालू जी को डराना है। वहीं रोहाणी अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि लालू ने रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा दिया, लाखों युवाओं के लिए रेलवे में भर्ती निकाली, कुलियों को स्थायी किया उस लालू पर 15 साल बाद छापा मरवाया जा रहा है और जिस संघ व मोदी-शाह ने रेलवे को बेच दिया, स्टेशन बेच दिए और रेलवे के 72000 पदों को डकार गए वो ईमानदार बन रहे है।
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