2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने सबसे बड़ा गठबंधन कर भाजपा को देश की सत्ता से बाहर करने का फैसला लिया है। इसी बीच रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आम आदमी पार्टी के तरफ से विपक्षी दलों के सबसे बड़ी गठबंधन से इनकार कर दिया है। बता दें कि हाल में देश की अधिकांश विपक्षी नेताओं ने बैठक कर आने वाले महीनों में एक मजबूत गठबंधन की संभावना की बात कही थी।
सीएम ने दिया ऐसा बयान
वहीं दिल्ली के सीएम ने रविवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान बयान देते हुए कहा कि “मुझे नहीं पता कि राजनीति किस तरह की जाति है। मैं किसी दल को हराने के लिए 10-20 पार्टियों के साथ गठबंधन में नहीं आना चाहता। मैं किसी को हराने की मंशा नहीं रखता हूं। मुझे नहीं पाता किसकी जीत होगी या किसी हार। मैं देश को जीतते हुए देखना चाहता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं केवल 130 करोड़ जनता के साथ गठबंधन करूंगा”।
भाजपा पर लगाए आरोप
आप प्रमुख मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीधे शब्दों में कहा कि आम आदमी पार्टी का ध्यान 2024 के लोकसभा चुनावों पर नहीं बल्कि देश के लिए अच्छे और उपयोगी काम करने पर है। साथ ही उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लोग देश में गुंडागर्दी, दंगें समेत अन्य गंभीर अपराधों में मौजूद रहे आरोपियों का समर्थन करते है। अगर जनता गुंडागर्दी और दंगे चाहती है तो वह उनके साथ जा सकते हैं। वहीं अगर आप देश में प्रगति चाहते हैं तो हमारे साथ आ जाएं। चलिए हम सभी मिल कर 130 करोड़ जनता के साथ गठबंधन करें।”
सभी विपक्षी नेताओं को एक जुट करने का चल रहा अभियान
बता दें कि रविवार को भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने ने बयान दिया था कि 2024 में भाजपा के हराने के लिए देश कि सभी विपक्षी दल एक साथ आएंगे और एक बड़ा गठबंधन बनाएंगे। इसी क्रम में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की है।