राजनीतिक पार्टियां काम से ज्यादा विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती है। विपक्षी पार्टियां पर आरोप लगाना राजनीति का हिस्सा है लेकिन चर्चा में रहने के लिए हिंदू धर्म को टारगेट करना नेताओं क सबसे पसंदीदा सब्जेक्ट में एक है। एक ओर जहां प्रो. चंद्रशेखर लगातार हिंदू धर्म को टारगेट करते रहते है उसपे सवाल उठाते रहे है। वहीं अब उनकी कैटेगरी में राजद के एक और नेता शामिल हो गए है। जो हिंदू धर्म को टारगेट कर विवादों में आ गए है।
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दुर्गा कहानी का एक मात्र पात्र है
डेहरी के राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह हिंदू धर्म को टारगेट कर सुर्खियों में आ गए है। विधायक ने दुर्गा पूजा जैसे आयोजक को फिजूल खर्ची बताते हुए दुर्गा रुप को काल्पनिक बताया है। विधायक ने कहा कि दुर्गा एक काल्पनिक कहानी है। वो उस कहानी का महज एक पात्र है। मैं मान लेता यदि दुर्गा जी या हमारे देश में मनुबादी के अनुसार 33 करोड़ देवी देवता हैं। लेकिन, जब भारत गुलाम हुआ उस समय भारतीय की संख्या 30 करोड़ थी और देवी – देवताओं की संख्या 33 करोड़।
तो मैं उनलोगों से पूछना चाहता हूं जिसने यह लिखा कि महिषासुर के करोड़ – करोड़ सेना से दुर्गा ने लडाई लड़ा और महिषासुर का संहार किया तो मुट्ठी भर अंग्रेज जो भारत को गुलाम बनाए हुए थे उस समय मां दुर्गा क्या कर रही थी ? उन्होंने उस समय आकर भारत को क्यूं नहीं बचा लिया। अगर वह तीनों लोक की देवी है तो क्या भारत उस तीनों लोक में नहीं है।
हिंदू कार्यकर्ताओं ने विधायक का किया पुतला दहन
वहीं विधायक ने दुर्गा पूजा जैसे आयोजन को फिजूल खर्ची बताया। उन्होंने कहा कि यह मनगढ़ंत कहानी है। विधायक ने खुद को महिषासुर का वंशज बताते हुए कहा कि महिषासुर उनके पूर्वज थे। मां दुर्गा का कहानी मनगढ़ंत है इसमें कोई सच नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने देवी दुर्गा तथा भगवान शिव के संबंध पर भी आपत्ति जताई। उनके इस विवादित बयान के बाद विभिन्न हिन्दू संगठनों ने राजद विधायक का पुतला दहन किया। इस दौरान काफी संख्या में हनुमान मंदिर से भाजपा, बजरंग दल और करणी सेना के कार्यकर्ता विधायक के खिलाफ एकजुट हुएउन्होंने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और थाने चौक पर उनका पुतला दहन किया।
वहीं इस मामले पर भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजद विधायक ने जिस तरह से हिंदुओं के देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की है, वह बर्दाश्त से बाहर है। वे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे नहीं तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
विधायक ने पहले भी ब्राह्मणों को किया था टारगेट
मालूम हो कि, इससे पहले भी डिहरी के राजद विधायक फ़तेह बहादुर सिंह ने ब्राह्मणों पर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मणों में न्यायिक चरित्र नहीं है। आरजेडी विधायक ने कहा कि अंग्रेजों ने भी कानून बना कर ब्राह्मणों को जज बनाने से इंकार किया था। उन्होंने कहा कि मनुवाद के अनुसार कुकर्मी ब्राह्मणों को भी दंडित किया जाना है।