लैंड फॉर जॉब्स केस में ईडी आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ कर सकती है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप को लेकर पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया है। 27 दिसंबर को लालू यादव को पेश होने के लिए भी समन भेजा है। वैसे, उम्मीद कम है कि आज तेजस्वी ईडी के समक्ष पेश होंगे। वह वकील के माध्यम से अपना पक्ष ईडी के समक्ष रख सकते हैं। जांच एजेंसियां जहां एक ओर तथ्यों पर काम कर रही, दूसरी तरफ राजद या तेजस्वी का मानना है कि यह सब पॉलिटिकल कारणों और बीजेपी के इशारे पर हो रहा है।
यह सब तो चलता ही रहेगा: तेजस्वी
तेजस्वी अपने पिता लालू यादव के साथ गुरुवार देर शाम दिल्ली से पटना पहुंचे। एयरपोर्ट पर ईडी के समन पर कहा कि हम तो पहले भी जाते रहे हैं। चाहे इनकम टैक्स, सीबीआई, ईडी बुलाए। हम तो जाते रहे हैं। यह सब तो चलता रहेगा। हम पहले ही बोले थे। एजेंसी वालों की क्या गलती है? उन पर इतना प्रेशर है। एक बात तो तय था। यह सच भी हुआ कि चुनाव मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान से खत्म होगा और एजेंसी बिहार-झारखंड में काम शुरू करेगी।
ईडी और सीबीआई कर रही जांच
लैंड फॉर जॉब्स मामले में ईडी और सीबीआई ने अलग-अलग मामले दर्ज कर लिए हैं। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही, जबकि सीबीआई घोटाले की।
अप्रैल में की थी पूछताछ
लैंड फॉर जॉब्स मामले में तेजस्वी से अप्रैल में पूछताछ की गई थी। पहले राउंड में 3 घंटे चली पूछताछ के बाद तेजस्वी को लंच ब्रेक मिला था। इसके बाद उनसे 5 घंटे पूछताछ चली थी। इसी मामले में सीबीआई ने उनसे 25 मार्च को पूछताछ की थी।
लालू रेल मंत्री थे, तब का मामला
आरोप है कि लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे के अलग-अलग मंडलों के पदों पर समूह डी में नियुक्ति कराई थी। मामला 2004-2009 के बीच का है। लालू ने नियुक्ति के बदले अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कथित रूप से जमीनें ली थीं। आरोप है कि नियुक्तियां नियम के खिलाफ थीं।