जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और समाजवादी नेता शरद यादव (Sharad Yadav) का निधन हो गया है। उनकी उम्र 75 वर्ष थी। उनकी बेटी सुभाषिनी ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी है। शरद यादव गुरुग्राम के फोर्टिंस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली। शरद यादव राजनीतिक रूप से अलग ही शख्सियत वाले शख्स थे। वे मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और बिहार तीनों राज्यों से लोकसभा सांसद चुने जा चुके हैं। बिहार की मधेपुरा लोकसभा सीट से चार बार, मध्यप्रदेश के जबलपुर सीट से दो बार और उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।
राजद में थे शरद यादव
वैसे तो शरद यादव लंबे वक्त तक बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ रहे हैं। लेकिन 2017 में नीतीश कुमार जब महागठबंधन छोड़कर वापस एनडीए में लौटे तो शरद यादव ने उनका साथ छोड़ दिया। उसके बाद शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया। लेकिन बाद में अपनी पार्टी का विलय राजद में करा दिया। शरद यादव आखिरी वक्त में राजद से जुड़े हुए थे। पिछले दिनों लालू यादव की मौजूदगी में पटना में राजद की बैठक में शामिल भी हुए थे।
शरद यादव का आखिरी ट्वीट
राजद नेता शरद यादव ने पांच जनवरी 2023 को आखिरी ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा यूपी निकाय चुनाव पर रोक लगाने की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि मैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा यूपी निकाय चुनाव ओबीसी कोटा के बिना कराने के निर्देश पर रोक लगाने की सराहना करता हूं।
1 जुलाई 1947 को हुआ था शरद यादव का जन्म
प्रख्यात समाजवादी नेता शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को नर्मदापुरम, मध्य प्रदेश में हुआ था। वे तीन राज्यों से लोकसभा के लिए चुने जाने के अलावा केंद्र में मंत्री भी थे। इसके अलावा जदयू के अध्यक्ष और एनडीए के संयोजक भी रहे थे।