बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी हालत में सुधारने लाने के लिए जिद्दोजहत करने में लगी है लेकिन इससे कुछ भी नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि उदयपुर में नवसंकल्प चिंतन शिविर में कांग्रेस पार्टी भले ही नए लोगों को मौका देने का कह रही हो, लेकिन कांग्रेस की स्थिति हमेशा से ‘ढाक के तीन पात’ वाली रही है। इसपर भरोसा करना ठीक नहीं है। अगर कांग्रेस सच में अपना अस्तित्व बचाना चाहती है तो उसे खुद को बदलना होगा। परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति को छोडना होगा। साथ ही राष्ट्रवाद की नीति अपनानी होगी, वरना कोंग्रेस के दिन बहुत बुरे हो जाएंगे ।
स्वास्थ्य मंत्री का कांग्रेस पर तंज
स्वास्थ्य मंत्री ने साफ तौर से कहा कि कांग्रेस जिस रास्ते पर है, उससे तो यही लगता है कि पार्टी ने अबतक अपनी संकुचित मानसिकता नहीं त्यागी है। साथ ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि “मैडम और युवराज अपनी घरेलू पार्टी को बचाने के लिए कुछ भी कर ले अब कोई फ़ायदा नहीं होने वाला है। अब देश की जनता कांग्रेस की, नीयत और चेहरे को अच्छी तरह से पहचान चुकी है। जिसका जवाब जनता ने हाल में पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों में ही दे दिया था”।
कांग्रेस के नवसंकल्प को बताया दिखावा
वहीं आश्चर्य जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद पर कभी सोनिया गांधी तो कभी उनके बेटे राहुल गांधी बैठकर अजीबो गरीब कार्य कर रहे हैं। यह लोग संगठन में सुधार के नाम पर नवसंकल्प का केवल दिखावा कर रहे है। यह इनका एक सियासी ड्रामा है। देश की जनता इनके पैतरों को खूब समझती है, अब कोई इनके झासे में नहीं आने वाला।
परिवारवाद का लगाया आरोप
मंगल पांडेय ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि “वह कुछ भी कर लें उनपर किसी को विशवास नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्वतंत्र रूप से बोलने और कुछ करने की आजादी ना हो, उस पार्टी में युवाओं और अन्य लोगों के लिए 50 फीसदी और महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट देने की बात करना केवल जूठ लगती है।