पटना विश्वविद्यालय में आज शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान पटना विश्वविद्यालय के नए सीनेट हॉल का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों आमंत्रित थे। कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने पटना यूनिवर्सिटी में अपने पुराने दिनों की यादों को ताजा किया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने सीएम बनने के बाद पीयू के लिए सरकार के तरफ से किए जा रहे मदद और आगे की योजनाओं को बताया। उन्होंने कहा जब यह बना था तो पूरे भारत में मात्र सात ही विश्वविद्यालय थे। अब इसके 106 साल पूरे हो गए हैं। शुरू से ये विश्वविद्यालय शिक्षा और शोध में अपना योगदान देता रहा।
शिक्षक दिवस पर पटना विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम
फिर लगा CM नीतीश को PM बनाने का नारा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही बार बार कहते हों कि उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बनना है। लेकिन, उनके समर्थक उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते है। पटना यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब नीतीश कुमार को पीएम बनाने की मांग पर जोरदार नारेबाजी हुई। सीनेट हॉल में नीतीश कुमार पटना यूनिवर्सिटी के ऐतिहासिक महत्ता और जेपी आंदोलन में इसकी भूमिका पर बातें कह रहे थे, तभी वहां अचानक से नीतीश को पीएम बनाने के समर्थन में नारेबाजी होने लगी। युवाओं ने नारा लगाना शुरू कर दिया। देश का पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो… का नारा लगाना शुरू कर दिय। यह सुनकर सीएम नीतीश कुमार ने टोकते हुए कहा कि फालतू बात काहे करता है। जो कह रहे हैं उसको सुनो चुप-चाप।
यूनिवर्सिटी को मिले राष्ट्रीय मान्यता
पटना यूनिवर्सिटी में सीनेट हॉल के उद्घाटन के बाद नीतीश कुमार ने शिक्षकों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की। नवनिर्मित सीनेट हॉल के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की जब जेपी मूवमेंट शुरू हुआ था तो यहीं से हुआ था। उस वक्त देश दुनिया के लोग यहीं आते थे और यहीं पर बैठते थे। ये बहुत सुंदर जगह है। जब हम यहां कुछ दिन पहले आए तो देखे कि ये टूटा हुआ था तो हमने कहा की इसको ठीक करवाए। हमारे लिए यह पुरानी जगह है। बहुत लगाव है, इस जगह से। हम तो शुरू से चाहते थे कि इसको राष्ट्रीय मान्यता मिल जाता, लेकिन नहीं मिली। उन्होंने कहा कि राज्यपाल यहां बैठे हैं। मैं उन्हें खुद यूनिवर्सिटी दिखाऊंगा। परमिशन हैं ना आपकी। चलिएगा ना मेरे साथ? राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की बातों को मैं ध्यान में रखूंगा। राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री और राजभवन के बीच कोई टकराव नहीं है।
धरती खत्म हो जाएगी लेकिन वो रहेगी…जाकर दर्शन किया करो
आज से लगभग एक महिने पहले बिहार संग्रहालय में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था 100 साल में धरती खत्म होने वाली है। नीतीश ने कहा-हम बार बार ये बात कह रहे हैं। हमको क्या है, हम तो 73वां साल में हैं न, हम तो जाने ही वाले हैं न। आज एक बार फिर सीएम को दुनिया के खत्म होने का डर सताने लगा है। पटना विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में एक बार फिर से कहा कि दुनिया खत्म होने वाली है। सीएम नीतीश कुमान छात्र-छात्राओं से कहा कि जरा गंगा नदी के किनारे जा जाकर देखा करो। ये धरती खत्म हो जाएगा, लेकिन ऊ तो रहेगा न जी…इसलिए हमेशा दर्शन करते रहना। यही बात कहने आए हैं।