विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की अगली बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने की संभावना है। दरअसल, पहले यह बैठक 25-26 अगस्त को होने वाली थी, लेकिन कुछ नेताओं के व्यस्त शेड्यूल होने के कारण इस बैठक को आगे के लिए कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार मुंबई के पवई इलाके के एक होटल में यह बैठक हो सकती है। ‘INDIA’ की इस बैठक में संयोजक पर फैसला हो सकता है। इसके साथ ही समन्वय समिति का भी गठन हो सकता है। गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रखने के बाद इसकी टैगलाइन Jeetega Bharat (जीतेगा भारत) रखी गई है। जिसे कई क्षेत्रीय भाषाओं में दिखाया जाएगा।
बनाई जाएगी 11 सदस्यीय समन्वय समिति
एक रिपोर्ट के मुताबिक आगामी बैठक का बड़ा एजेंडा 11 सदस्यीय समन्वय समिति तय करना है। हालांकि ‘INDIA’ गठबंधन में अब 26 पार्टियां हैं, लेकिन यह निर्णय लिया गया है कि एक -एक प्रतिनिधि 11 पार्टियों से लिया जाएगा। इन 11 पार्टियों में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आप, जेडी (यू), राजद, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट ) , जेएमएम, समाजवादी पार्टी और सीपीआई (एम) शामिल हैं। सिर्फ 11 ही पार्टियों को इस समिति में शामिल करने का मकसद है कि निर्णय लेने में कोई समस्या न बन जाए। इसे छोटा रखने से तेजी से निर्णय लिया जा सकेगा।
18 जुलाई को बेंगलुरु में जुटे थे 26 दल के नेता
इससे पहले विपक्षी दलों की पहली बैठक में 23 जून को पटना में हुई थी। इस बैठक में 15 दलों के नेता शामिल हुए थे। वहीं, विपक्षी पार्टियों की दूसरी बैठक बेंगलुरु में 18 जुलाई को हुई थी। इस बैठक में 26 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए थे। जिसमें विपक्षी गठबंधन का नाम ‘INDIA’ पड़ा था। बेंगलुरु की बैठक में सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित कई अन्य नेता शामिल थे।