जेडीयू से अलग होकर नई पार्टी (आरएलजेडी) बनने वाले उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू को झटका पर झटका दे रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान उपेंद्र कुशवाहा विभिन्न जिलों में जेडीयू नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा हैं। एक-दो नहीं, बल्कि थोक में नेता और कार्यकर्ता जेडीयू का दामन झटककर पाला बदल रहे हैं। जो नेता और कार्यकर्ता कल तक सूबे के सीएम नीतीश कुमार की गुणगान कर रहे थे, उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी का दामन थाम लिया है।
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कुशवाहा ने नेताओं का स्वागत किया
पूर्व प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता जदयू शंभूनाथ सिन्हा अपने दर्जनों नेताओं के साथ उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में शामिल हुए। पूर्व जिला अध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ गया जदयू के सतीश शर्मा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जदयू किसान प्रकोष्ठ राज किशोर सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष शिक्षा प्रकोष्ठ जदयू इंजीनियर शशिकांत, पूर्व प्रदेश महासचिव किसान प्रकोष्ठ जदयू डॉ संजय कुमार, पूर्व प्रदेश महासचिव किसान प्रकोष्ठ जदयू मंजेश शर्मा, पूर्व जिला महासचिव पटना नगर निगम जदयू उने कुमार, पूर्व जिला महासचिव पटना महानगर जदयू विजय कुमार चौहान, जदयू नेता अभिनव नीरज, राहुल कुमार शामिल हुए। साथ ही पूर्व प्रदेश महासचिव शिक्षा प्रकोष्ठ जदयू अमरेंद्र कुमार, जदयू नेता राहुल राज पासवान, पूर्व महासचिव पटना महानगर जदयू कौशलेंद्र मिश्र, जदयू नेता आदित्य सिंह, रमेश शर्मा, राहुल राज पासवान, पूर्व प्रदेश महासचिव शिक्षा प्रकोष्ठ जदयू अनिल नाग, विनोद चौहान भी आरएलजेडी में शामिल हुए है। पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दल में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत किया है और विश्वास जताया कि इन नेताओं के पार्टी में शामिल होने से दल मजबूत होगा और हम लोग मिलकर काम करेंगे।