अयोध्या राम मंदिर को लेकर बिहार महागठबंधन की पार्टियों में रोचक माहौल बना है। नीतीश कैबिनेट में राजद कोटा के मंत्री डॉ. चंद्रशेखर और विधायक फते बहादुर सिंह मंदिर के विरुद्ध बयानों के बाण चला रहे हैं। दूसरी ओर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार समेत अन्य कुछ नेता बाण को निष्प्रभावी बनाने जुटे हैं। महागठबंधन के अन्य दल कांग्रेस और वाम किनारे खड़े रहकर आनंद ले रहे हैं। जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल भी इस बहस में आ गए हैं। वह मंडल आयोग के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वीपी मंडल के पौत्र हैं।
तेजस्वी जी मंदिर को मानने वालो का अनादर मत कीजिए
निखिल मंडल ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस प्रश्न का जवाब दिया है कि चोट लगी तो मंदिर जाओगे या अस्पताल? पहली बात आपको मंदिर पसंद नहीं तो कोई बात नहीं, पर मंदिर को मानने वाले का अनादर मत कीजिए।
मुस्लिम पक्ष को जमीन भी छोड़नी चाहिए
हाल में जदयू के विधान परिषद सदस्य प्रो. गुलाम गौस ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध ठीक नहीं है। मुस्लिम पक्ष से अपील है कि वह अयोध्या में मस्जिद के लिए मिली पांच एकड़ जमीन श्रद्धालुओं के विश्राम गृह के लिए दे दें। प्रो.गौस पहले राजद में थे। तब वह विधान परिषद में विरोधी दल के नेता थे।