जेडीयू (JDU) ने शनिवार को राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक में जेडीयू के सभी विधायक हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई। बैठक में तय किया गया कि जेडीयू के संगठन को बिहार में मजबूत करना है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा, “बैठक में सिर्फ एक ही एजेंडे पर चर्चा हुई है कि साल 2025 में फिर से नीतीश कुमार की सरकार लानी है। बैठक के दौरान यह तय किया गया है। इसके साथ ही साथ जमीनी स्तर पर जेडीयू के संगठन को मजबूत करने का मंत्र दिया गया है।
जदयू के परबत्ता से विधायक डॉ संजीव ने बताया कि आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य है, आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए का प्रदर्शन बेहतर करना। आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए 225 सीटों पर जीत हासिल करेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे, यह इस बैठक का मुख्य उद्देश्य है। आज की बैठक में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के शामिल नहीं होने पर डॉ संजीव ने बताया कि व्यक्तिगत कारणों से ललन सिंह आज की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। पार्टी में कोई भी मतभेद नहीं है। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है।
12 लाख लोगों को नौकरी देंगे नीतीश कुमार… 2025 के लिए सीएम ने जदयू नेताओं को दे दिया टास्क
वहीं पिछले दिनों जेडीयू नेता अशोक चौधरी के द्वारा भूमिहारों पर दिए बयान पर भी जेडीयू नेताओं में आपसी मतभेद देखने को मिला। इस पर जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा, “उनके बयान से बिहार की जनता में नाराजगी है, नेता में नाराजगी नहीं है। अगर कोई भूमिहार समाज को लेकर टिप्पणी करें और कार्रवाई न हो तो यह दुखद है। बिहार के भूमिहार समाज इससे दुखी हैं और यह कोई तय नहीं कर सकता है कि भूमिहार समाज के लोग किस सड़क पर चलेंगे, किस पर नहीं। भूमिहार समाज पूरी मुस्तैदी के साथ एनडीए के साथ रहा है। इनका भी सम्मान किया जाना चाहिए।”जदयू विधायक डॉ संजीव ने अशोक चौधरी के पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है. ऐसे लोगों को क्यों गिफ्ट मिलता है, यह उनके समझ के बाहर की बात है।
JDU राज्य कार्यकारिणी की बैठक… नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने का संकल्प
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग पर जदयू विधायक ने कहा कि जदयू के सभी नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न मिले।वह इसके लिए डिजर्व करते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को पिछले 20 वर्षों में बदला है। बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्णा सिंह के बाद यदि बिहार को बदलने का काम यदि किसी ने किया है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।