[Team Insider] सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना में मॉब लिंचिंग की घटना को भाजपा ने गंभीरता से लिया है। नेता विधायकदल सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह घटना कोई साधारण घटना नही, बल्कि एक बड़ी साजिश है। जिसे मीडिया में तोड़ मरोड़कर लकड़ी काटने और बेचने का विवाद बताकर रफा दफा करने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने लिया जायजा
दरअसल प्रदेश भाजपा के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को कोलेबिरा प्रखंड के बेसराजरा गांव पहुंचकर पूरी जानकारी ली।इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता विधायकदल और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी,राष्ट्रीय मंत्री और रांची की मेयर आशा लकड़ा,भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद समीर उरांव, प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर शामिल रहे।
पिछले वर्ष ही हुई थी शादी
इस दौरान घटना स्थल पर नेताओं ने मृतक संजू प्रधान की पत्नी से मुलाकात की और घटना की पूरी जानकारी ली। पिछले वर्ष मार्च में ही मृतक की शादी हुई थी। इस मौके पर संजू के अन्य कई परिजन और ग्रामीण उपस्थित थे।
लकड़ी काटने का विवाद सिर्फ दिखावा
इस मौके पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस लकड़ी काटने और बेचने का विवाद बताकर पुलिस कार्रवाई कर रही है। उसका इस भयावह घटना से कुछ भी लेना देना नही है। पुलिस केवल भटका रही है और उल्टे निर्दोषों पर कार्रवाई करके मामला को शांत करना चाहती है।उन्होंने कहा कि लकड़ी खरीदने, काटने और बेचने की बात 2021 अक्टूबर में ही समाप्त हो गई थी। उसे लेकर कोई विवाद नही था।
साजिश के तहत मीटिंग में बुलाकर की गई हत्या
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि मृतक संजू प्रधान के द्वारा कुछ लोगों के किये जा रहे असंवैधानिक और विधि द्वारा प्रतिबंधित कार्यों का विरोध किया जा रहा था। जिसके कारण ऐसे लोग उसे रास्ते से हटाना चाहते थे। इसलिये मीटिंग बुलाकर इस प्रकार के कार्रवाई की साजिश रची गई।
एसपी और कोलेबिरा थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि ये सारी बातें स्थानीय पुलिस की जानकारी में है। घटना के समय भी पुलिस मौजूद थी।लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे और जलाकर मारने का कांड होता रहा।उन्होंने कहा कि संजू की पत्नी पुलिस का पैर पकड़कर हवाई फायरिंग तक करने की गुहार लगती रही।लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ठ हो गया है कि घटना की साजिश में पुलिस संलिप्त है। मरांडी ने घटना की उच्चस्तरीय जांच और जिला के निकम्मे एसपी और कोलेबिरा थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की है।