[Team insider] विलंब से ही सही झारखंड(Jharkhand) में सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं को सत्ता का प्रसाद हासिल होने लगा है। दो साल के इंतजार के बाद निचले स्तर तक बीस सूत्री समिति का गठन हो गया। अगला जोर 15 सूत्री कार्यक्रम कार्यक्रम समिति और निगरानी समितियों को लेकर है। जल्द इसके गठन की उम्मीद की जा रही है।
गठबंधन ने उदारता के कारण सत्यानंद भोक्ता हैं मंत्री
यह बात अलग है कि बीस सूत्री समिति के गठन पर भी कुछ असंतोष है। मामूली हिस्सेदारी के कारण सरकार की सहयोगी राजद ने आलोचना का स्वर अपना लिया है। बल्कि राजद के एक सचिव ने तो झामुमो और कांग्रेस के मंत्रियों द्वारा रिश्वत लेकर पोस्टिंग तक का आरोप जड़ दिया। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा यह उनकी दबाव की राजनीति है। वे कुछ और ज्यादा हासिल करना चाहते हैं। यहां चार विधायक पर एक मंत्री का हिसाब है मगर राजद का तो सिर्फ एक विधायक ही जीता था। गठबंधन ने उदारता दिखाते हुए विधायक सत्यानंद भोक्ता को मंत्री की कुर्सी पकड़ा दी। जहां तक बीस सूत्री समिति का सवाल है तो उसमें जिन सीटों पर लड़े वहां उस पार्टी को छह-छह मेंबर का फार्मूला है।
फरवरी में 15 सूत्री कार्यक्रम समिति का होगा गठन
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर कहते हैं कि अंतिम व्यक्ति को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने और अपनी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने के लिए बीस सूत्री का गठन हजारी सरकार ने कर दिया है। अब पार्टी के लोगों को यह शिकायत नहीं रहेगी कि जो योजना ब्लॉक तक पहुंचती है पंचायत तक क्यों नहीं पहुंचती। अब हमारे गठबंधन का फोकस 15 सूत्री कार्यक्रम समिति पर है। अगले माह यानी फरवरी में इसका गठन हो जायेगा। तेजी से काम चल रहा है।
भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा
15 सूत्री कार्यक्रम में अल्संख्यों की शिक्षा, छातवृत्ति, कौशल विकास सहित विभिन्न अल्पसंख्यकों से जुड़ी योजनाओं की मॉनीटरिंग, क्रियान्वयन का काम तेज होगा। उसके अगले चरण में निगरानी समितियों का गठन किया जायेगा। इससे निचले स्तर तक पार्टी के कार्यकर्ताओं की निगरानी में काम हो पायेगा, भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा। सबसे बड़ी बात यह कि बीस सूत्री, 15 सूत्री और निगरानी समिति से पार्टी कार्यकर्ताओं को ताकत का एहसास होगा, लगेगा कि वे सरकार का हिस्सा हैं। अब तक जो शिकायत रहती थी कि अधिकारी उनकी सुनते नहीं वह शिकायत भी दूर हो जायेगी। आने वाले दिनों में संगठन के स्तर पर इसका फायदा मिलेगा। पार्टी के कार्यकर्ता इलाके के लोगों की समस्याओं को दूर करा सकेंगे।