उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर चल रहे सियासी घमासान में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी शामिल हो गए हैं।उन्होंने आनंद मोहन की तारीफ करते हुए कहा है कि लोग उसे चाहे जो समझे, लेकिन मैं उसे बुरा आदमी नहीं मानता। मैं इन बातों को नहीं मानता की वो जेल से छुटने पर गरीबों पर अत्याचार करेगा। वह क्रिमिनल नेचर का इंसान नहीं लगता।
आनंद मोहन की रिहाई पर नहीं होगा गरीबों पर अत्याचार
दरअसल, जीतन राम मांझी जमुई में गरीब संपर्क पदयात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने आनंद मोहन का समर्थन किया है। उन्होंने कहा मैं नहीं मानता वह अपराधी प्रवृति का हैं, उन्होंने एक नहीं बल्कि कई किताबें लिखी है। इसलिए मैं नहीं मानता हूं कि आनंद मोहन के छूट जाने से गरीब पर बहुत अत्याचार होगा। इसके साथ ही उन्होंने बिहार सरकार द्वारा कानून व्यवस्था में किए गये संशोधन का जिक्र करते हुए कहा हैं कि, वह बिहार सरकार का अपना निर्णय है। सरकार ने सोच-विचार कर ही कानून में संशोधन किया होगा। मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि, ऐसा कानून सबके लिए होना चाहिए। बिहार सरकार ने यह फैसला सोच समझ के लिया होगा। हम यह नहीं कह सकते है कि, इससे भला होगा या बुरा होगा।
केन्द्र सरकार ने नहीं किया वादा पूरा
मांझी ने इस दौरान केन्द्र सरकार भी हमला बोला। उन्होंनें कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो वादा किया था उसे अभी तक पूरा नहीं किया गया। महंगाई कंट्रोल करने का वादा किया, नौकरी देने का वादा किया था लेकिन न तो महंगाई कम हुई और न ही बेरोजगारों को नौकरीयां मिली।
महागठबंधन सभी सीटों पर जीत दर्ज करने का प्रयास करेगी
इधर, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि, महागठबंधन बिहार की सभी सीटों पर जीत दर्ज करने का प्रयास करेगी। एनडीए का उन पर साथ में मिलकर चुनाव लड़ने का दबाव है, लेकिन उन्होंने नीतीश कुमार के साथ रहने की कसम खाई है। वहीं, जनसंख्या वृद्धि को लेकर कहा कि गरीबी और गरीबों के कारण जनसंख्या वृद्धि हो रही है। भारत सरकार को इस पर ध्यान देनी की जरूरत है।