केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए उन्हें अनुभवहीन नेता करार दिया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी में किसी प्रकार का निर्णय लेने की क्षमता नहीं है। तेजस्वी को राजनीति विरासत में मिली है और उनका अब तक का राजनीतिक योगदान नगण्य है। मांझी ने कहा, “तेजस्वी यादव किसी आंदोलन की उपज नहीं हैं। उनके बयानों में कोई ठोस तथ्य नहीं होता।
BPSC परीक्षा विवाद पर मांझी का बयान
बरनवाल अधिकार सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जीतन राम मांझी ने बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “परीक्षा 912 केंद्रों पर आयोजित हुई थी, जिनमें से 911 केंद्रों पर प्रक्रिया सुचारू रूप से हुई। केवल एक केंद्र पर गड़बड़ी की शिकायत आई है। ऐसे में पूरी परीक्षा को रद्द करना लाखों छात्रों के भविष्य के साथ अन्याय होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना चाहते हैं, लेकिन सरकार स्टूडेंट्स के हित में उचित निर्णय लेगी। मांझी ने स्पष्ट किया कि कुछ हजार बच्चों की वजह से लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता।
कार्यक्रम में गर्मजोशी से स्वागत
आज़ाद पार्क में आयोजित बरनवाल अधिकार सम्मेलन में जीतन राम मांझी का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बरनवाल समाज के विकास और अधिकारों पर जोर दिया।
सरकार पर भरोसा जताया
मांझी ने यह भी कहा कि नीतीश सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द ही स्टूडेंट्स के हित में निर्णय लिया जाएगा। इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में गर्मागर्मी बढ़ गई है, वहीं बीपीएससी परीक्षा के अभ्यर्थी भी सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।