रांची के झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेता और पार्टी के केंद्रीय महासचिव द्वारा गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इसके माध्यम से इलेक्टोरल बॉन्ड पर आए फैसले और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही कार्रवाई के बिंदुओं पर जमकर प्रहार किया गया।
पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हमारी पार्टी को ऐसा लगता है कि जैसे ही हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा करेगी वैसे ही प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस्ता दिखेगा। वहीं देश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों द्वारा कुछ समय पहले ही कहा गया था कि दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला होने जा रहा है। वह घोटाला इलेक्टोरल बॉन्ड विषय के माध्यम से सामने होता दिख रहा है। इसका उदाहरण छत्तीसगढ़ के महादेव एप्प और दिल्ली का शराब घोटाला दिखता है।
वहीं, कुणाल सारंगी के झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने के विषय में कहा कि वैसे तो साढ़े तीन करोड़ जनता हमारे संपर्क में है। यह उनका व्यक्तिगत मामला है। इस प्रकार का निर्णय संबंधित जिला के अंतर्गत तय किया जाता है। वहीं, सीता सोरेन के कथन दुमका चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेकर चुनावी मैदान में आने के विषय में कहा कि शिबू सोरेन पिता तुल्य हैं। यह उनका नितांत व्यक्तिगत विषय है। इस पर टिप्पणी नहीं करना है। पारिवारिक मामला है इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं। वहीं, रामटहल चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने के विषय में कहा कि रामटहल चौधरी बेहद ही सरल स्वभाव और मृदु वासी हैं। इनके कांग्रेस में आने से कांग्रेस और हमारे गठबंधन में मजबूती मिलेगी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा लोकसभा उम्मीदवार के ऐलान के विषय पर पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि जब हमारा घटक दल कांग्रेस अपने लोकसभा उम्मीदवार का ऐलान कर देगा, तब झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।