लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पार्टियां अपनी रणनिति को मजबूत करने में जुट गई है। देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी राज्यों में अपने संगठन को मजबूत कर रही है। पार्टी के रार्ष्टीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अैर राहुल गांधी अलग-अलग राज्यों के नेताओं से मिलकर 2024 की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। इसी कड़ी में पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करने जा रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 17 अगस्त को दिल्ली में बिहार प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई है। इसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश प्रभारी भक्तचरण दास, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान समेत करीब 35 बड़े नेता हिस्सा लेंगे।
2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा
बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने बताया कि निश्चित तौर पर आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की जा रही है। लोकसभा चुनाव में क्या समस्या हो सकती है, कैसे हम लोग अपने और अपने गठबंधन की सीटों को जीत सकें इस पर चर्चा की जाएगी। भक्त चरण जास ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अभी टिकट को लेकर इस बैठक में कोई चर्चा नहीं होगी, क्योंकि चुनाव में काफी समय है। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार अधर में लटका हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि बैठक में इस पर भी चर्चा हो सकती है।
पार्टी की मौजूदा स्थिति की होगी समीक्षा
बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान खरगे बिहार के नेताओं से राज्य में पार्टी की मौजूदा स्थिति और चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। कांग्रेस को राज्य में फिर से कैसे मजबूत किया जाए, इस पर चर्चा होगी। इसके अलावा प्रदेश नेताओं को गठबंधन के अन्य दलों से तालमेल बैठाने पर चर्चा होगी। बता दें कि बिहार में कांग्रेस को आरजेडी की पिछलग्गू पार्टी माना जाता है। पिछले चुनाव में पार्टी महागठबंधन में रहते हुए 9 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और सिर्फ एक किशनगंज पर जीत दर्ज करने में सफल हो पाई थी। हालांकि, महागठबंधन में शामिल अन्य सभी पार्टियां एक भी सीट नहीं जीत पाई थीं।