बिहार भाजपा ने आज इंडी गठबंधन के घोषणा पत्र के विरोध में एक आरोप पत्र जारी किया जिसका नाम ‘ महाठगबंधन बिहार को पीछे करते परिवारवादी ‘ रखा गया है। 17 पेज वाले इस आरोप पत्र में बिहार गणराज्य से ,’गन’ राज, कांग्रेस के पाप, राजद की लूट सहित 11 विषयों को सिलसिलेवार वर्णन किया गया है।
भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित अन्य नेताओं ने आरोप पत्र जारी किया। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि विपक्ष गठबंधन यूपीए का नाम बदलकर नकली राष्ट्रवाद दिखाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह भारत को श्रेष्ठ करने वाले लोग नहीं बल्कि ये भारत को तोड़ने वाले संगठन के लोग हैं।
सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस जब 55 साल सत्ता में रही तो कोयला घोटाला, 2जी घोटाला और जीजाजी का भी घोटाला हुआ । राजद जब भी सत्ता में रही तो भ्रष्टाचार के आकंठ डूबी रही। राजद के दौर में चारा खा गए तो अलकतरा पी लिया गया। उन्होंने कहा कि लालू जी का जीवन ही परिवार के लिए समर्पित हो गया। सही अर्थों में इन्होंने कभी गरीबों की चिंता नहीं की बिहार में घोटालों की सीरीज बन गयी। मुख्यमंत्री रहते हुए वे चारा के आरोप में आरोप सिद्ध हुआ और सजा हुई। राहुल गांधी द्वारा जब अध्यादेश फाड़ा गया, उसके बाद अब लालू जी अब मुखिया भी नहीं बन सकते।
उन्होंने कहा कि एनडीए के साथियों ने तो प्रमाण दिया था, उससे यह साबित हुआ कि लालू प्रसाद भ्रष्टाचार में लिप्त थे। उन्होंने कहा कि इस आरोप पत्र में ठगबंधन के पाप को बताने का काम किया। 1984 में जो दंगा हुआ उसमे कांग्रेस का हाथ था , भागलपुर में जो दंगे हुए उसमे भी कांग्रेस का हाथ था। एनडीए की सरकार बनी तो आरोपियों को सजा हुई और पीड़ितों को मुआवजा भी दिया गया। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस का भ्र्ष्टाचार को देश की जनता जान रही है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि भारत को आज ऐसा प्रधानमन्त्री मिला है जो देश को श्रेष्ठ और प्रदेश को भी श्रेष्ठ बनाने में लगे हुए हैं।उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यूपीए के 10 साल में बिहार को जितनी राशि केंद्र से मिली थी उससे ज्यादा राशि एनडीए की सरकार में मिली है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस एक तो परिवारवाद पर विश्वास करती है जबकि राजद का एक परिवार के प्रति ही जीवन है। ठगबंधन के लोग भारत को लूटने का काम करेंगे नवजवानों को ठगने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राजद के युवराज 17 महीने तक सरकार में रहे लेकिन अपने विभाग में एक भी नौकरी नहीं निकाल सके।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस दौरान कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र को न्याय पत्र नाम दिया गया है जबकि सही अर्थ में यह देश के लोगों के लिए अन्याय पत्र है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में 17 बार अल्पसंख्यक लिखा गया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक भाषण का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबन्धन को जीतना नहीं है।