जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार कुछ दिन पहले तक तो चिराग पासवान के साथ थे। लेकिन बाद में उन्होंने चिराग पासवान का साथ छोड़ दिया। तब चर्चा थी कि अरुण कुमार कांग्रेस में जा सकते हैं। लेकिन चर्चा यह भी थी कि वे कांग्रेस में उसी शर्त पर जाएंगे, जब उन्हें महाराजगंज से टिकट मिलेगा। लेकिन एक दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के बेटे आकाश को उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी गई। हाथ से झटका खाए अरुण कुमार को हाथी से सहारा मिल गया है। मंगलवार को अरुण कुमार ने बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
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बसपा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही डॉ. अरुण ने लोकसभा चुनाव लड़ने की भी घोषणा कर दी। अरुण कुमार ने Insider Live से विशेष बातचीत में कहा कि वे जहानाबाद से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी में इसकी सहमति बनी है।
वहीं बिहार के राजनीतिक हालात पर उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई नीतीश कुमार से है। वे भ्रष्टाचारी हैं। उन्होंने बिहार को कलंकित किया है। उनके कार्यकाल में बालिका गृह कांड हुआ। हमारी लड़ाई इनसे ही रहेगी। पहले जहां हम थे, नीतीश कुमार से लड़ते रहे। अब दूसरे लोग (चिराग पासवान) नीतीश कुमार से मिल गए हैं। लेकिन हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
वहीं चिराग पासवान का साथ छोड़ने के बारे में Arun Kumar ने कहा कि हम तो हाथी पर चढ़ गए हैं। इसमें तेल की भी जरुरत नहीं है। हाथी घास-भूसा खाएगा और हेलिकॉप्टर को लात से मारकर उड़ा एगा।