लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की पांच सीटों में बेगूसराय ऐसी सीट है, जहां पिछले चार चुनाव एनडीए उम्मीदवारों ने जीते हैं। कभी यह सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। 1952 से अब तक हुए 17 चुनावों में 9 बार इस सीट से कांग्रेस के ही उम्मीदवार जीते हैं। लेकिन 2004 के बाद से एनडीए का ही इस सीट पर कब्जा रहा है। 2004 में ललन सिंह, 2009 में मोनाजिर हसन, 2014 में भोला सिंह और 2019 में गिरिराज सिंह जीते थे। गिरिराज सिंह 2024 में भी उम्मीदवार हैं और उनके सामने सीपीआई के अवधेश कुमार राय हैं, जिन्हें राजद और कांग्रेस का समर्थन है।
चौथे चरण में बिहार की 5 सीटों पर चुनाव, तीन चुनावों से हर सीट पर एनडीए का ही कब्जा
बेगूसराय सीट पर कुल 10 उम्मीदवार इस बार मैदान में हैं। इसमें भाजपा के गिरिराज सिंह, सीपीआई के अवधेश कुमार राय, बहुजन समाज पार्टी के चंदन कुमार दास, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के रजनीश कुमार मुखिया, अखिल भारतीय परिवार पार्टी के राजकुमार साह, कर्पूरी जनता दल के राम बदन राय, एसयूसीआई कम्युनिस्ट के रामउदगार उम्मीदवार हैं। जबकि मो. शाहनवाज हसन, इंद्रजीत कुमार राय, अरुण कुमार निर्दलीय उम्मीदवार हैं। इन 10 उम्मीदवारों में सीपीआई और भाजपा के उम्मीदवार पर ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, शेष किसी उम्मीदवार पर कोई मामला दर्ज नहीं है।
2019 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय सीट पर कुल 62.63 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें जीतने वाले भाजपा के गिरिराज सिंह को 56.48 फीसदी वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर 60.60 फीसदी मतदान हुआ था। तब जीतने वाले भाजपा के भोला सिंह को 39.73 फीसदी वोट मिले थे। आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा सीटों में 4 सीटें एनडीए के पास हैं जबकि दो सीटे महागठबंधन के दलों के पास हैं।