बिहार की 40 लोकसभा सीट में से एक नाम भागलपुर लोकसभा सीट का भी है। जहाँ का राजनीतिक समीकरण अब बदला-बदला सा है। इस सीट ने कई बड़े नेताओं को लोकसभा तक पहुंचाया। ऐसे नेताओं में बिहार के मुख्यमंत्री रहे भागवत झा आजाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन का नाम शामिल है। फ़िलहाल यहाँ से जदयू के अजय कुमार मंडल सांसद हैं।
भागलपुर लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
आपातकाल से पहले भागलपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा था। इस सीट पर 1957, 1962, 1967 और 1971 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, लेकिन आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में समीकरण बदल गए। भारतीय लोकदल के उम्मीदवार डॉ. रामजी सिंह ने कांग्रेस के कई बार के सांसद भागवत झा आजाद को हरा दिया था। इस तरह भागवत झा आजाद भागलपुर से सबसे अधिक पांच बार जीतने वाले सांसद बने। हालाँकि 1980 और 1984 में भागवत झा आजाद ने फिर से कांग्रेस का झंडा बुलंद किया।
1998 में हुए चुनाव में भागलपुर सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की । वर्ष 1999 में हुए आम चुनाव में भाजपा चुनाव हार गई। 2004 में सुशील कुमार मोदी ने भाजपा की इस सीट पर वापसी कराई। उसके बाद 2006 के उपचुनाव और 2009 के लोकसभा चुनाव में शाहनवाज हुसैन ने यहाँ भाजपा का झंडा लहराया। 2014 में राजद ने इस सीट पर बाजी मार ली। वहीं 2019 में यहाँ से जदयू के अजय कुमार मंडल सांसद बने।
NDA में टूट का फायदा RJD को, मोदी लहर में नहीं खिला कमल
भागलपुर लोकसभा सीट पर हुए पिछले तीन चुनावों को देखे तो हर बार अलग पार्टीके उम्मीदवार ने जीत हासिल की। गौर करने वाली बात ये है कि 2014 के मोदी लहर में भी इस सीट पर भाजपा का कमल नहीं खिल सका था। इसका मुख्य कारण NDA में टूट होना बताया गया। दरअसल 2009 में भाजपा के शाहनवाज हुसैन ने भागलपुर से जीत हासिल की। लेकिन 2014 के जदयू और भाजपा साथ में नहीं थे। जिसका फायदा राजद को मिला। भाजपा की तरफ से शाहनवाज हुसैन मैदान में थे।
वही जदयू की तरफ से अबू कैसर को उम्मीदवार बनाया गया था। दोनों तरफ से मुस्लिम उम्मीदवार होने के कारण वोटों की कटौती हुई। जिस कारण कुछ वोटों के अंतर से राजद के शैलश कुमार मंडल ने जीत हासिल की। 2019 में भाजपा और जदयू के साथ आने से राजद की करारी हार हुई। जदयू के अजय कुमार मंडल ने राजद के सीटिंग सांसद शैलश कुमार मंडल को 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की और इतिहास रच दिया।
2024 में फिर बदले समीकरण
भागलपुर लोकसभा सीट पर 2024 में बदले हुए समीकरणों का प्रभाव देखने को मिलेगा। इस बार एक ओर जहाँ भाजपा अकेली है। वहीं दूसरी तरफ जदयू और राजद का गठजोड़ है। चुनावी लड़ाई से पहले भाजपा को उम्मीदवार के लिए काफी माथापच्ची करनी होगी। ये देखना खास होगा कि भाजपा यहाँ शाहनवाज हुसैन को उम्मीदवार बनाएगी या फिर किसी और को मौका देगी। वही महागठबंधन में इस बात को लेकर माथापच्ची होगी कि कौन इस सीट पर चुनाव लड़ेगा।
भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा सीट
अब बात कर लेते हैं भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा सीट के बारे में। 6 विधानसभा सीट में से 3 पर भाजपा का कब्ज़ा है। जबकि राजद, जदयू और कांग्रेस के पास 1-1 सीट है। बिहपुर से भाजपा के कुमार शैलेन्द्र, गोपालपुर से जदयू के गोपाल मंडल, पीरपैंती से भाजपा के ललन कुमार, कहलगांव से भाजपा के पवन कुमार यादव, भगलपुर से कांग्रेस के अजीत शर्मा और नाथनगर से राजद के अली अशरफ सिद्की विधायक हैं।