बिहार भाजपा की प्रवक्ता सुहेली मेहता ने आज सारण से राजद की प्रत्याशी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य पर जमकर हमला बोला। उन्होंने रोहिणी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की बेटी हैं और दिखा ऐसे रही हैं जैसे वे कोई स्वतंत्रता सेनानी की बेटी हों।
भाजपा मीडिया सेंटर में आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रवक्ता सुहेली मेहता ने रोहिणी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें क्रेज का घमंड हो गया है। उन्हें इस बात का घमंड है कि वे ऐसे भाई की बहन हैं जिनके पास नौकरी और रोजगार नहीं है लेकिन 350 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं।
मेहता ने आगे कहा कि रोहिणी आज जिस सारण में प्रत्याशी बनकर गयी हैं उसी क्षेत्र की बेटी को बहू बनाकर उनके घर में लाया गया और पूरे घर के सदस्यों ने उन्हें मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया। आज लालू उसी सारण में अपनी बेटी को राजनीतिक तौर पर स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे क्रेज बटोरने का लिए सारे हथकंडे अपना रही हैं।
भाजपा की प्रवक्ता ने आगे कहा कि यह सत्य है कि बेटियॉं अपने माता पिता की बेटों से ज्यादा सेवा करती हैं, लेकिन बेटियां इस सेवा को कहकर भंजाती नहीं हैं। पिछले साल रोहिणी आचार्य ने अपने पिता लालू प्रसाद को किडनी देकर जान बचाई। लेकिन , जिस तरह चुनाव में इसे मुद्दा बनाकर रोहिणी घर घर जाकर कह रही कह रही हैं कि मैंने पिता को किडनी दी है, मुझे वोट दीजिये, अब शक होता है।
किडनी देने को राजनीतिक हथकंडा बनाये जाने पर भडकते हुए सुहेली मेहता ने कहा कि अब तो इस पर भी शक होता है कि उन्होंने किडनी दिया भी या नहीं , यह भी जांच का विषय है। उन्होंने आशंका जताते हुए सवाल किया कि राजनीतिक लांच होने के लिए तो किडनी देने की कहानी नहीं गढ़ी गयी, यह जांच का विषय है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज सिंगापुर की एक महिला आकर सीधे चुनाव मैदान में उतरती है और कहती है कि महिलाओं की सुरक्षा करूंगी। उन्हें पता होना चाहिए कि पिछले 17 साल से एनडीए की सरकार में महिला सशक्तिकरण कितने काम हुए। मेहता ने उन्हें पहले अपने घर मे बहू को सुरक्षित रखने की नसीहत देते हुए कहा कि पहले अपने घर में बहुओं को सुरक्षित कर लें तब समाज की बात करें ।
उन्होंने कहा कि जिस तरह लालू प्रसाद को सामाजिक न्याय का नेता कहा जाता है वे अपने परिवार में ही न्याय नहीं कर पाए , बेटी , बहू में अंतर किया तो समाज की बात क्या करेंगे। घर से निकलते वक्त उनकी बहू भी कह रही थी मैं भी एक यादव की बेटी हूँ। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि सारण की बेटियां, बहू और माताएं जरूर ऐसे लोगों को जवाब देंगी।