लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को बिहार में 9 सीटें मिली हैं। चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस और राजद में इस बात की जंग चल रही थी कांग्रेस अपने खाते में अधिक सीटें मांग रही थी। राजद ने साफ किया कि ऐसा नहीं होगा और 2019 की तरह ही 9 सीटों पर चुनाव लड़ना होगा। कांग्रेस ने नानुकुर किया तो राजद ने बिना राय-मशवरा अपने उम्मीदवारों को सिम्बल देना शुरू कर दिया। बैकफुट पर आई कांग्रेस ने 9 सीटों की शर्त मान ली। जो सीटें राजद ने दी वो कबूल कर ली। अब Congress ने अपने खाते की 9 में से 8 सीटों पर उम्मीदवारा घोषित कर दिया है। उम्मीदवारों की सूची दिलचस्प है। आधे तो कांग्रेस के अपने हैं, लेकिन आधे दूसरी पार्टियों से इम्पोर्ट किए हैं।
‘उधार के उम्मीदवार से चुनाव लड़वा रही कांग्रेस’
चार उम्मीदवार हैं कांग्रेस के पुराने नेता
Congress के अपने उम्मीदवारों में पहला नाम अजीत शर्मा का है जो भागलपुर से विधायक हैं और भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरा नाम मो. जावेद का है जिन्होंने 2019 के चुनाव में किशनगंज लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर एनडीए को बिहार में 100 फीसदी सीटें जीतने से रोका था। वे इस बार भी किशनगंज से चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरा नाम तारिक अनवर का है जो पुराने कांग्रेसी रहे हैं। हालांकि बीच में वे एनसीपी का हिस्सा बन गए थे। लेकिन पहले ही वे Congress में लौट आए हैं। तारिक अनवर कटिहार से चुनाव लड़ रहे हैं। चौथा नाम मदन मोहन तिवारी का है, जिन्हें पश्चिम चंपारण सीट दी गई है। पुराने कांग्रेसी मदन मोहन तिवारी विधायक रह चुके हैं।
अब बारी आती है उन उम्मीदवारों की जिन्हें कांग्रेस ने दूसरी पार्टियों से इम्पोर्ट किया है। इसमें आकाश प्रसाद सिंह, सन्नी हजारी, मनोज कुमार और अजय निषाद का नाम शामिल है।
- महाराजगंज लोकसभा सीट से उम्मीदवार आकाश प्रसाद सिंह वैसे तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे हैं। लेकिन 2019 में पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए आकाश प्रसाद सिंह ने रालोसपा का दामन थाम लिया था। इस बार अखिलेश ने खुद चुनाव नहीं लड़कर बेटे को टिकट दिलवा दिया है।
- अजय निषाद को Congress ने मुजफ्फरपुर सीट दी है। वे निवर्तमान सांसद भी हैं लेकिन भाजपा के टिकट पर। भाजपा ने उन्हें बेटिकट किया तो वे उसी पार्टी में आ गए, जिसके मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को अजय निषाद ने 2014 में 2.22 लाख वोटों से हराया था।
- Congress के इम्पोर्टेड उम्मीदवारों में तीसरा नाम सन्नी हजारी का है। बिहार सरकार में मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी के कांग्रेस में शामिल होने की घटना सबसे रोचक है। महेश्वर हजारी खुद को जदयू का समर्पित कार्यकर्ता बताते नहीं थक रहे तो उनके बेटे ने एनडीए के खिलाफ कांग्रेस का टिकट ले लिया है। रोचक बात यह भी है कि जिस समस्तीपुर सीट से सन्नी उतारे हैं, वहां से एनडीए उम्मीदवार जदयू के ही मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी हैं।
- सासाराम सीट से इस बार कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। 2004 और 2009 में इस सीट से सांसद रही पार्टी की मीरा कुमार 2014 और 2019 में हारीं थीं। इस बार Congress ने मजोन कुमार को टिकट दिया है, जो 2019 में बसपा के टिकट पर सासाराम लोकसभा सीट से भाग्य आजमा चुके हैं। मनोज को 2019 में 86 हजार से अधिक वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रही मीरा कुमार को भाजपा के छेदी पासवान ने 1.65 लाख वोटों से हराया था।