लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में दरभंगा लोकसभा सीट के लिए भी मतदान हो रहा है। यहां इस बार एनडीए की ओर से भाजपा ने सांसद गोपालजी ठाकुर को ही रिपीट किया है। जबकि महागठबंधन की ओर से राजद के ललित यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। ललित यादव बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं और दरभंगा ग्रामीण सीट से विधायक हैं। यहां वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो चुकी है। भाजपा के गोपालजी ठाकुर ने 2019 में भी चुनाव जीता था। 2009 से लगातार इस सीट पर भाजपा का ही कब्जा रहा है। इस सीट पर आखिरी गैर एनडीए उम्मीदवार के रूप में अली अशरफ फातमी 2004 में जीते थे। लेकिन इस बार फातमी को राजद ने मधुबनी शिफ्ट कर दिया है और ललित यादव को मौका मिला है। ललित यादव की टक्कर पिछले चुनाव में 2.67 लाख वोटों से जीतने वाले गोपालजी ठाकुर से होगी। इस सीट पर 2009 और 2014 में कीर्ति आजाद जीते थे। तब वे भाजपा में थे, आज टीएमसी में हैं और बिहार की राजनीति से किनारे हो चुके हैं।
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दरभंगा सीट पर कुल 08 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें सिर्फ मिथिलेश महतो निर्दलीय उम्मीदवार हैं। इसके अलावा भाजपा के गोपालजी ठाकुर, राजद के ललित यादव, मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा के सरोज चौधरी, जनतंत्र आवाज पार्टी के रजनीश कुमार, वाजिब अधिकार पार्टी के रंजीत कुमार राम, अखिल भारतीय परिवार पार्टी के किशोर कुमार दास और बहुजन समाज पार्टी के दुर्गानंद महावीर नायक उम्मीदवार हैं। इन 8 उम्मीदवारों में राजद और भाजपा के उम्मीदवार पर ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, शेष किसी उम्मीदवार पर कोई मामला दर्ज नहीं है।
2019 के लोकसभा चुनाव में दरभंगा सीट पर कुल 58.35 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें भाजपा के गोपाल जी ठाकुर को 60.79 फीसदी वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर 55.45 फीसदी मतदान हुआ था। तब जीतने वाले भाजपा के कीर्ति आजाद को 37.98 फीसदी वोट मिले थे। आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा सीटों में 5 सीटें एनडीए के पास हैं जबकि एक सीट राजद के पास है। राजद के पास सिर्फ दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट है, जिसके विधायक ललित यादव इस बार लोकसभा चुनाव राजद की ओर से उम्मीदवार भी हैं।