लोकसभा चुनाव 2024 में राजद ने 22 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। जबकि राजद को 23 सीटों पर लड़ना है। पार्टी को मिली सीवान सीट पर उम्मीदवार की घोषणा अभी पेंडिंग है और इसका कारण है हिना शहाब की जिद। दरअसल, पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और लालू परिवार की दूरियां अब भी मिटी नहीं है। लालू परिवार की कोशिश है कि हिना शहाब उनकी शर्तों पर रहें और पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ें। लेकिन हिना शहाब लगातार हो रही उपेक्षा के कारण राजद से विद्रोह पर तुलीं हैं। मामला यहीं फंसा है।
दरअसल, मो. शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके परिवार और लालू परिवार में दूरियां आने लगी। इस बीच शहाबुद्दीन परिवार पर कुछ और मुसीबत भी आई, लेकिन लालू परिवार खुलकर समर्थन में नहीं आया। शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को जेल भी जाना पड़ा लेकिन परिवार को लालू परिवार से जिस समर्थन की दरकार थी, वो मिला नहीं। इसी कारण हिना शहाब ने अलग राह पर चलने का फैसला लिया।
हिना शहाब का चुनाव लड़ना तो तय है लेकिन वे राजद के सिम्बल पर चुनाव नहीं लड़ना चाहतीं। जबकि लालू परिवार से उन्हें मनाने की कोशिश हो रही है। यही कारण है कि राजद ने अपने कोटे की 23 में से 22 सीटों पर ही उम्मीदवार की घोषणा की। सिर्फ सीवान सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है। इसका एक कारण लालू परिवार में भी मत-विभाजन माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव का स्टैंड हिना शहाब को टिकट नहीं देने का है। जबकि लालू यादव चाहते हैं कि हिना शहाब सीवान सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ें।
हिना शहाब को टिकट देने के पीछे राजद का सीधा गणित यह है कि राजद चाहता है कि सारण प्रमंडल की चारों सीटों सारण, सीवान, गोपालगंज और महाराजगंज में मुसलमान वोटों में कोई बिखराव न हो। हिना शहाब के अलग होने से मुसलमान वोटर्स की नाराजगी का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए लालू परिवार की कोशिश हिना को मनाने की है।