3 अक्टूबर 2020 में एक प्रेस कांफ्रेंस थी, जिसमें तेजस्वी यादव के साथ राजद और कांग्रेस के बड़े नेता शामिल थे। इसमें महागठबंधन का हिस्सा रहे मुकेश सहनी भी शामिल थे। मौका विधानसभा चुनाव का था। लेकिन चुनाव में सीट शेयरिंग के ठीक पहले बीच प्रेस कांफ्रेंस में मुकेश सहनी खड़े हुए और गठबंधन तोड़कर बाहर निकल गए। 2020 के बाद अब 2024 आ गया है। ऐसी ही एक प्रेस कांफ्रेंस फिर हो रही है। इसमें मुकेश सहनी वापस महागठबंधन में लौट आए हैं।
बताया जा रहा है कि पिछले कई महीनों से राजनीतिक उठापटक झेल रहे मुकेश सहनी की राजनीतिक नाव किनारे लग रही है। भाजपा ने 2022 में वीआईपी के विधायकों का अपनी पार्टी में विलय कराकर मुकेश सहनी को राजनीतिक कंगाली तक पहुंचा दिया। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में सहने के जाने के कयास लगने लगे। बाद में यह भी कहा गया कि मुकेश सहनी की लोकसभा से लेकर विधानसभा तक की डीलिंग सफल नहीं हो पाई। इसके बाद मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव के बीच की नजदीकी बढ़ी और अब गठबंधन तय हो गया है।
प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन में मुकेश सहनी ने ज्वाइन कर लिया है। काफी परिश्रम और मेहनत किया है। भाजपा ने इनके दल को तोड़ा है। तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार चौंकाने वाला रिजल्ट देगा। 400 पार का नारा लगाने वाले हैरान रह जाएंगे। हमलोग प्रोग्रेसिव और विजन वाले हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में तानाशाह रवैया अपनाया जा रहा है। भाजपा के लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। भाजपा का असली चेहरा उजागर हो चुका है।
तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी का महागठबंधन में स्वागत किया है। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि सीटें तो पहले ही डिसाइड हो चुकी हैं। मुकेश सहनी को राजद के कोटे में से तीन सीट मुकेश सहनी को दे रहे हैं। इसमें गोपालगंज, मोतिहारी और झंझारपुर सीटें दी जाएंगी।