लोकसभा चुनाव 2024 में राजद की ओर से एक दिन पहले अन्नू शुक्ला का टिकट फाइनल हुआ था। लेकिन अब मामला लटकता दिख रहा है। सिम्बल तो उन्हें दिया नहीं गया था लेकिन उनके पति मुन्ना शुक्ला के अनुसार डॉक्यूमेंट में कुछ कमी थी। जिसे पूरा करने के बाद सिम्बल मिल जाना था। लेकिन मुन्ना शुक्ला (Munna Shukla) के एक जातिवादी कमेंट ने अन्नू शुक्ला के टिकट को फेर में फंसा दिया है।
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दरअसल, मुन्ना शुक्ला शनिवार, 30 मार्च को लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे। वहां उनकी एंट्री हो भी गई और बाहर निकलते ही मीडिया के सामने दावा किया कि उन्हें टिकट मिल गया है। डॉक्यूमेंट्स पूरा कर सिम्बल ले जाएंगे। बताया जा रहा था कि यह टिकट उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला को मिला है। वे वैशाली से वीणा सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। लेकिन इसी दौरान मुन्ना शुक्ला के मुंह से एक जातिवादी टिप्पणी निकल गई।
मुन्ना शुक्ला ने खुद को भूमिहार बताते हुए एक जातिवादी टिप्पणी की। मुन्ना शुक्ला ने लालू आवास के बाहर कहा था कि “हम भी भूमिहार ही हैं, च#!र थोड़े ही हैं। इस टिप्पणी के बाद बवाल हो गया। अब मुन्ना शुक्ला अपने इस टिप्पणी पर माफी मांग रहे हैं। लेकिन भाजपा, जदयू के साथ राजद के नेताओं ने भी मुन्ना शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण है। समाज के वंचित-शोषित जातियों के प्रति उनकी व्यक्तिगत दुर्भावना परिलक्षित होती है। आरजेडी ने जिस तरीके से बिहार को जातिवाद की आग में ढकेला है, अब उनके चुने हुए उम्मीदवार दलित समाज के प्रति किस तरह की दुर्भावना रखते हैं, ये स्पष्ट होता है।”
वहीं जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि “राजद ए टू जेड की पार्टी और शोषितों-वंचितों की बात करने का सिर्फ ढोंग करती है, लेकिन उनकी पार्टी से जुड़े लोगों की मानसिकता और संस्कृति है। वो इससे एकदम इतर है। इन लोगों ने हमेशा दलितों-वंचितों का अपमान ही किया है और एक खास वर्ग के लोगों का हमेशा दमन किया है।”