बिहार की चार सीटों पर पहले फेज में मतदान होना है। इसमें एक सीट है नवादा। नवादा लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। वैसे तो यहां एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। लेकिन निर्दलीयों ने भी ताल ठोककर चुनावी रण को दिलचस्प बना दिया है। वैसे नवादा सीट पर खड़े उम्मीदवारों में एक खास बात यह है कि यहां के कुल 8 प्रत्याशियों में दो प्रत्याशियों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। इसमें एनडीए के उम्मीदवार विवेक ठाकुर पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
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नवादा सीट के उम्मीदवार
- विवेक ठाकुर, भाजपा
- श्रवण कुशवाहा, राष्ट्रीय जनता दल
- रंजीत कुमार, बहुजन समाज पार्टी
- विनोद यादव, निर्दलीय
- गुंजन कुमार, निर्दलीय
- गौतम कुमार बबलू, भागीदारी पार्टी
- आनंद कुमार वर्मा, भारत जन जागरण दल
- गनौरी पंडित, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक)
नवादा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कुल 8 उम्मीदवारों में दो ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें पहला नाम हैं श्रवण कुशवाहा का, जो महागठबंधन के उम्मीदवार हैं। श्रवण कुमार ने विधानसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इसके बाद राजद के टिकट से एमएलसी का भी चुनाव लड़े, लेकिन उसमें भी हारे। अब राजद ने इस बार उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है। श्रवण कुमार दिवंगत देव महतो के बेटे हैं। उन्होंने मैट्रिक तक की पढ़ाई की है। 2001 उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। 2001 में ही वो मुखिया बने। वे कुशवाहा जाति से आते हैं। श्रवण कुमार के ऊपर दर्ज मामलों में मारपीट, चुनाव में अचार संहिता उल्लंघन और खनन विभाग में राजस्व जमा से सम्बंधित मामले हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले मामले में दूसरा नाम है गनौरी पंडित का। वे भी नवादा लोकसभा चुनाव में अपना किस्मत आजमा रहे हैं। गनौरी पंडित के ऊपर जिला परिषद् चुनाव से सम्बंधित मामला दर्ज है।