बिहार में महागठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा तो जैसे तैसे हो गया। लेकिन राजद और कांग्रेस की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। पहले राजद के बिना सीट शेयरिंग फाइनल हुए सिम्बल बांटने पर कांग्रेस को आपत्ति थी। सीटों पर जैसे तैसे बात बनी और कांग्रेस ने राजद के ऑफर को मान लिया। इसके बाद महागठबंधन सीट शेयरिंग घोषित कर दी गई। लेकिन अब इस सीट शेयरिंग की घोषणा के बाद पप्पू यादव के ऐलान ने कांग्रेस और राजद दोनों को फंसा दिया है।
दरअसल, अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में करने वाले पप्पू यादव को पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ना था। उनकी पार्टी कांग्रेस भी तैयार थी। लेकिन राजद की जिद से वो सीट कांग्रेस के खाते में नहीं आई। इससे पप्पू यादव को झटका लगा। लेकिन पप्पू यादव ने अभी हथियार नहीं डाले हैं। पप्पू यादव ने ऐलान कर दिया है कि वे चुनाव में उतरेंगे।
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पप्पू यादव ने कहा कि मेरा संकल्प है कि “जनता की भावनाओं के साथ खड़े रहकर राहुल गांधी जी को इस देश का प्रधानमंत्री बनाना। उन्होंने कहा कि सीमांचल की जनता कांग्रेस के झंडे से प्यार करती है इसलिए मेरा लक्ष्य होगा कि यहां कांग्रेस को और मजबूत करूं। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम में 4 जून को जनता की भावना के अनुसार, पूर्णिया लोकसभा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का ही झंडा लहराएगा और यहां कांग्रेस के झंडे को स्थापित करेगी।”
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पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वे 4 अप्रैल को पूर्णिया से कांग्रेस के सिम्बल पर नामांकन करेंगे। इसके साथ ही यह तय हो रहा है कि पूर्णिया में पप्पू यादव और बीमा भारती के बीच फ्रेंडली फाइट की संभवना होगी।