पप्पू यादव बिहार की राजनीति में अभी चर्चित नाम बन चुके हैं। उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कराकर कांग्रेस की सदस्यता ली। लेकिन कांग्रेस उन्हें पूर्णिया सीट से उतार पाने में अक्षम साबित हुई। इसके बाद भी पप्पू यादव ने पूर्णिया से चुनाव लड़ने की जिद नहीं छोड़ी और निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। अब पप्पू यादव कह रहे हैं कि वे तीन माह में राजनीति छोड़ देंगे। हालांकि इसके लिए पप्पू यादव ने एक चैलेंज तय किया है। इसमें उनका कहना है कि अगर 3 माह में सरकारी और निजी सिस्टम से भ्रष्टाचार नहीं खत्म कर सके तो वे राजनीति छोड़ देंगे।
पप्पू यादव ने पीएम मोदी की पूर्णिया में हुई रैली पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि “पप्पू यादव पूर्णिया का बेटा है यहां के हर दर्द को समझता है। यह बेटा सीमांचल के लोगों की भलाई के लिए दिन-रात लगा रहता है। प्रधानमंत्री बिहार विशेष राज्य का दर्जा देने पर कोई बात क्यों नहीं करते हैं। सीमांचल में उन्होंने बहुत सारी बातें की लेकिन बाढ़ की त्रासदी से मुक्ति दिलाने पर चर्चा नहीं की।”
पप्पू यादव ने आगे कहा कि “बिहार में लगातार फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं, इस पर किसी का ध्यान नहीं है। जो उद्योग धंधे बंद हो गए उनके पुनरुद्धार पर भी कोई चर्चा नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री आए, उन्होंने बड़ी-बड़ी बातें कही। लेकिन, इन जरूरी मुद्दों पर कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं समझी।