बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 की सबसे इंटरेस्टिंग सीट अभी तक पूर्णिया है। यह ऐसी सीट है, जहां बगावत खुलकर हो रही है। बगावत भी ऐसी वैसी नहीं नौबत इससे कहीं आगे निकल चुकी है। अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कराकर पप्पू यादव ने पूर्णिया से चुनाव लड़ने की घोषणा तब की जब महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ था। लेकिन महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हुआ तो कांग्रेस पप्पू की मुराद पूरी नहीं कर पाई और पूर्णिया को राजद ने अपने खाते में जोड़ लिया। इसके बाद भी पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनके फैसले पर राजद में नाराजगी तो हुई लेकिन अब यह नाराजगी बगावत में बदल गई है।
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राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव का पप्पू यादव को समर्थन
दरअसल, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पप्पू यादव के समर्थन में लालू यादव से बगावत कर दी हे। देवेंद्र यादव पूर्णिया पहुंचे और पप्पू यादव का खुले मंच से समर्थन किया। यही नहीं देवेंद्र यादव ने लालू यादव पर परिवारवाद का आरोप भी लगाया और कहा टिकट में लालू को अपना परिवार ही दिखता है। देवेंद्र यादव ने कहा कि “RJD ने टिकट बंटवारे में परिवारवाद और दूसरी पार्टी को लोगों को जगह दी है। पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है। जो RJD की मनुवादी सोच को दर्शाता है। जनता का आशीर्वाद पप्पू यादव को मिला है। पूर्णिया की जनता की जीत होगी।”
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पप्पू यादव की तुलना महाभारत के अभिमन्यु से की। उन्होंने कहा कि “जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाया गया था। उसकी तरह पप्पू यादव को फंसाया गया। लेकिन पप्पू यादव जानते हैं कि चक्रव्यूह को कैसे तोड़ना है।” दूसरी ओर देवेन्द्र यादव ने लालू यादव को पत्र भी लिखा है। इस पत्र में देवेंद्र यादव ने कहा है कि “लग रहा है कि राजद चुनाव नहीं लड़ रहा है। चुनाव लड़ने की औपचारिकता निभा रहा है। पार्टी के रवैये से आम लोगों के बीच कई तरह की नकारात्मक चर्चा होने लगी है।”
इसके साथ पूर्णिया में राजद के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने भी पप्पू यादव का खुला समर्थन किया है।