कांग्रेस ने 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए हर पैंतरा आजमाने का निर्णय लिया है। अपने दो मजबूत और पुश्तैनी माने जाने वाले गढ़ अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों को बदलकर कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वो चौंकाने वाले फैसले करने से पीछे नहीं हटने वाली। वैसे इन दोनों गढ़ों को बचाने के लिए कांग्रेस ने जिन नेताओं को ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी है, उनके नाम भी कम चौंकाने वाले नहीं हैं। कांग्रेस ने रायबरेली में भूपेश बघेल को ऑब्जर्वर बनाया है जबकि अमेठी में अशोक गहलोत को यह जिम्मेदारी दी गई है। वैसे तो ये दोनों नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं लेकिन इनकी ताजा पहचान यह भी है कि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री रहते हुए इन्होंने अपने अपने राज्य भाजपा के हाथों गंवाए हैं।
“शाह बानो की तर्ज पर पीएम बनते ही राम मंदिर पर फैसला पलटना चाहते हैं राहुल गांधी”
राहुल ने छोड़ा है अमेठी, केएल शर्मा नए उम्मीदवार
राहुल गांधी ने जिस अमेठी सीट पर पिछले तीनों चुनाव लड़े हैं, 2019 में हार के बाद 2024 में उस सीट से उन्होंने किनारा कर लिया है। राहुल गांधी रायबरेली शिफ्ट कर गए हैं। इस बार अमेठी से कांग्रेस ने केएल शर्मा को उतारा है। केएल शर्मा की पहचान गांधी परिवार के करीबी की है। सोनिया गांधी के रायबरेली सांसद रहते हुए केएल शर्मा उनके सांसद प्रतिनिधि थे। केएल शर्मा का पूरा नाम किशोरी लाल शर्मा है और वे मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। सोनिया गांधी ने अपना पहला चुनाव अमेठी से 1999 में लड़ा था। केएल शर्मा तब भी सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि थे। उसके बाद सोनिया रायबरेली शिफ्ट हुईं तो केएल शर्मा भी रायबरेली आ गए। केएल शर्मा के राजीव गांधी से भी करीबी रिश्ते रहे थे। केएल शर्मा बिहार कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं तो कभी पंजाब कांग्रेस कमेटी में भी केएल शर्मा ने काम किया है।
रायबरेली का गढ़ बचाने की जिम्मेदारी राहुल पर
सोनिया गांधी की चार बार जीती रायबरेली सीट की विरासत उनके बेटे राहुल गांधी को ही मिली है। रायबरेली वो सीट है जो न वाजपेयी लहर में कांग्रेस से छूटी थी और न ही मोदी लहर में। 2019 में अमेठी कांग्रेस हार गई लेकिन रायबरेली में मोदी लहर फीकी पड़ गई और वहां से सोनिया गांधी ही जीती थीं। रायबरेली में कुल 20 लोकसभा चुनावों में से 17 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। गहलोत और बघेल को अमेठी और रायबरेली सीट पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का जिम्मा दिया गया है।