कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वायनाड से सांसद राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव भी दो सीटों से लड़ेंगे। 2019 में पहली बार दो सीटों पर लड़े राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे। जबकि वायनाड से जीते थे। इस बार भी राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही वे रायबरेली सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है, जिसमें रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा उम्मीदवार बनाए गए हैं।
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दूसरी ओर भाजपा ने रायबरेली से योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। जबकि अमेठी से लगातार तीसरी बार स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं।
दूसरी बार दो सीटों से चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी
आपको बता दें कि पहले राहुल के अमेठी से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। वहां से राहुल तीन बार चुनाव लड़े हैं और दो बार जीते हैं। जबकि रायबरेली से इस बार प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा थी। लेकिन प्रियंका का पत्ता एक बार फिर कट गया। सोनिया गांधी के सीट की विरासत उनके बेटे राहुल गांधी को ही मिली है। रायबरेली वो सीट है जो न वाजपेयी लहर में कांग्रेस से छूटी थी और न ही मोदी लहर में। 2019 में अमेठी कांग्रेस हार गई लेकिन रायबरेली में मोदी लहर फीकी पड़ गई और वहां से सोनिया गांधी ही जीती थीं। रायबरेली में कुल 20 लोकसभा चुनावों में से 17 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
वैसे कांग्रेस ने इस बार भले ही प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव में नहीं उतारा, लेकिन प्रियंका के लिए बैकअप प्लान रखा गया है। अगर राहुल गांधी दोनों सीटों रायबरेली और वायनाड से चुनाव जीतते हैं तो यह माना जा रहा है कि वे रायबरेली सीट छोड़ेंगे। ऐसी स्थिति में फिर उपचुनाव होगा और तब प्रियंका उम्मीदवार हो सकती हैं। हालांकि यह बाद की बात है और यह कंडीशन तब लागू होगी जब राहुल दोनों सीटों पर चुनाव जीतें। क्योंकि पिछली बार दो सीटों पर लड़े राहुल गांधी एक सीट हार गए थे और वो अमेठी सीट भी गांधी-नेहरु परिवार की पारंपरिक सीट थी।