बिहार की सिवान लोकसभा सीट का नाम सामने आते ही चेहरा उभरता है शहाबुद्दीन का। शहाबुद्दीन का तो निधन हो चुका है लेकिन उनकी चर्चा के बिना अभी भी सिवान लोकसभा चुनाव अधूरा ही है। इस बार सिवान लोकसभा सीट के लिए छठे चरण में मतदान हो रहा है। यहां मुख्य मुकाबला त्रिकोणीय है। मौजूदा सांसद कविता सिंह का टिकट कट गया है और जदयू ने विजय लक्ष्मी कुशवाहा को उतारा है। जबकि शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब तीसरी बार चुनाव लड़ रही हैं।
छठा फेज धमाकेदार : 58 सीटों पर 3 केंद्रीय मंत्री, 3 पूर्व सीएम समेत 889 उम्मीदवार मैदान में
हिना शहाब ने इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है। तो राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। इन तीनों के अलावा 10 और उम्मीदवार सिवान में चुनावी दंगल के खिलाड़ी हैं। इनमें बहुजन समाज पार्टी के दिलीप कुमार सिंह, भारतीय लोक नायक पार्टी के के संजय कुमार साह उम्मीदवार हैं। इसके अलावा जीवन कुमार, महेंद्र सिंह, सत्येंद्र कुशवाहा, डॉ. रवींद्र नाथ शुक्ला, प्रमोद कुमार, प्रकाश मणि तिवारी, देवकांत मिश्रा और दिलीप कुमार सिंह निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
पिछले मुकाबलों की बात करें तो 2009 के चुनाव के बाद हुए दो चुनावों में राजद हारी है। इसमें 2014 में ओमप्रकाश यादव ने राजद उम्मीदवार हिना शहाब को 1.13 लाख वोटों से हराया था। जबकि 2019 में जदयू की कविता सिंह ने हिना शहाब को 1.16 लाख वोटों से हराया था। सिवान लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा क्षेत्रों में से 5 पर राजद का कब्जा है। जबकि एक पर भाजपा को जीत 2020 में मिली थी।