लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सुपौल लोकसभा सीट के लिए भी मतदान हो रहा है। यहां इस बार एनडीए की ओर से जदयू ने दिलेश्वर कामत को टिकट दिया है। जबकि महागठबंधन की ओर से राजद ने चंद्रहास चौपाल को उम्मीदवार बनाया है। यहां वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो चुकी है। दिलेश्वर कामत ने 2019 में भी चुनाव जीता था। 2009 में अस्तित्व में आई इस सीट पर अब तक तीन चुनाव हुए हैं और जनता ने हर बार अलग अलग गठबंधन के उम्मीदवार को जिताया है। 2009 में जदयू के विश्वमोहन कुमार जीते थे तो 2014 में कांग्रेस की रंजीत रंजन को जीत मिली। 2014 में यह सीट फिर जदयू के दिलेश्वर कामत ने जीत ली जो इस बार भी जदयू से उम्मीदवार हैं।
उम्मीद और डर का कॉकटेल है लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण
सुपौल लोकसभा सीट पर हैं 15 उम्मीदवार
सुपौल सीट पर कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें जदयू के दिलेश्वर कामत, राजद के चंद्रहास चौपाल, बसपा से किरण देवी, जय हिंद पार्टी से उमेश प्रसाद साह, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी से मो. कलीम खान, प्राउटिस्ट ब्लॉक से रमेश कुमार आनंद, वीरों के वीर इंडियन पार्टी से राज कुमार यादव, भारत निर्माण पार्टी से शिव हरि अग्रवाल उम्मीदवार हैं। जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों में अजय कुमार साह, अब्दुल मतीन, बमबम कुमार, वैद्य नाथ मेहता, योग नारायण सिंह और विंदेश्वरी प्रसाद उम्मीदवार हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में सुपौल सीट पर कुल 65.72 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें जदयू के दिलेश्वर कामत को 53.45 फीसदी वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर 63.62 फीसदी मतदान हुआ था। तब जीतने वाली कांग्रेस की रंजीत रंजन को 34.30 फीसदी वोट मिले थे। आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा सीटों में 5 सीटें एनडीए के पास हैं जबकि एक सीट राजद के पास है।