देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने निर्देश दिया है कि राज्य में बिना अनुमति के किसी भी धार्मिक जुलूस या मार्च की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से दूसरों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद निर्देश जारी किए। गौरतलब है कि ईद और अक्षय तृतीया का त्योहार अगले महीने एक ही दिन होने की संभावना है और आने वाले दिनों में कई अन्य त्योहार भी आने वाले हैं।
हलफनामा देना होगा
आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहने के लिए आगाह करते हुए सभी को अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार उनकी पूजा पद्धति का पालन करने की स्वतंत्रता है। सरकार ने एक बयान में यह भी कहा कि अनुमति दिए जाने से पहले सभी आयोजकों को शांति और सद्भाव बनाए रखने का वादा करते हुए एक हलफनामा देना होगा। केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों की अनुमति होगी जो पारंपरिक हैं और नए आयोजनों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के नहीं
सीएम योगी ने ट्विट करते हुए लिखा कि कोई भी धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के नहीं निकाला जाएगा। वहीं अनुमति देने से पहले शांति और सद्भाव बनाए रखने के संबंध में आयोजकों से एक हलफनामा लिया जाएगा। वहीं उन्होंने लिखा कि केवल पारंपरिक धार्मिक जुलूसों को अनुमति दी जाएगी। हालांकि माइक का उपयोग किया जा सकता है लेकिन यह सुनिश्चित होना चाहिए कि ध्वनि किसी भी परिसर से बाहर नहीं आती है। अन्य लोगों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नए स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम और पूजा केवल निर्दिष्ट स्थानों पर ही होनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई भी धार्मिक कार्यक्रम सड़कों या यातायात को बाधित करके न हो।
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