बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पटना आगमन बिहार की राजनीति में एक ऐतिहासिक पल है। आज PM नरेंद्र मोदी ने पटना में रोड शो करके यह साबित कर दिया है कि जिस तरह से उनके लिए उनके संसदीय क्षेत्र काशी यानी कि बनारस है, उसी तरह से उनके लिए पटना है। प्रधानमंत्री जी के रोड शो में अपार जन समर्थन को देखते हुए ऐसा लग रहा था वह अपने बनारस में है। सही मायनों में तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बिहार वासियों को काशी वासी होने का एहसास कराया है।
मनोज शर्मा ने बिहार और गुजरात के बीच संबंधों की व्याख्या करते हुए कहा कि भले प्रधाममंत्री जी का जन्म गुजरात मे हुआ हो , लेकिन, उनका स्नेह बिहार वासियों से हमेशा रहा है, जब वो पीएम नही थे तब श्रद्धय कैलाशपति मिश्र जी के निधन पर पटना आये थे और उनके पार्थिव शरीर का दर्शन किया था। वही, उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के पवित्र सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन बिहार के निवासी और देश के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने किया था।
शर्मा ने आगे कहा मोहनदास गांधी भले ही गुजरात में पैदा हुए, लेकिन दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद जब वे बिहार आए तो जब चंपारण में किसानों के साथ मिलकर सत्याग्रह किया। मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी बनाने वाला बिहार ही था।
उन्होंने आगे कहा कि 1974 का आंदोलन जिसने पूरे देश में परिवर्तन कर दिया था। उस आंदोलन की शुरुआत गुजरात के नवनिर्माण आंदोलन से हुई थी। तब एक नारा लगा था कि गुजरात की जीत हमारी है और अब बिहार की बारी है। नवनिर्माण का आंदोलन जब बिहार में पहुंचा तब इसने पूरे देश में बदलाव लाने का काम किया।