मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नए सीएम का ऐलान कर दिया गया है। अब बारी राजस्थान की है। आज राजस्थान में विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें पर्यवेक्षक के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े और भाजपा सांसद सरोज पाण्डेय शामिल होंगे। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नए सीएम के ऐलान से भाजपा ने सभी को चौंकाया है। अब चर्चा इस बात की है कि राजस्थान में क्या होने वाला है। क्योंकि राजस्थान में भी भाजपा ने बिना सीएम फेस के चुनाव जीता है। सीएम के लिए कई नामों पर चर्चा तेज है। लेकिन मध्य प्रदेश की तरह सीएम की रेस से अलग चल रहे किसी नाम पर भी मुहर लगने की संभावना हैं।
महारानी की होगी वापसी?
राजस्थान के सीएम के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के नाम की भी चर्चा है। राजघराने से ताल्लुक रखने वाली वसुंधराराजे सिंधिया दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। राजस्थान में वो काफी लोकप्रिय भी हैं। राजस्थान भाजपा में भी उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें सीएम फेस बनाया था लेकिन भाजपा की करारी हार हुई थी। अब ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या एक बार फिर से भाजपा उनपर भरोसा जताएगी या नहीं। हालांकि वसुंधरा भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कराती हुई दिख रही हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में नए चेहरे को सीएम बनाए जाने के बाद वसुंधरा की भी संभावना थोड़ी कम दिख रही हैं।
राजस्थान वाले योगी को मिलेगा मौका?
सीएम के लिए महंत बालकनाथ की चर्चा काफी तेज है। महंत बालकनाथ को राजस्थान वाले योगी के नाम से भी जाना जाता है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह ही बालकनाथ नाथ संप्रदाय से आते है। महंत बालकनाथ मस्तनाथ मठ के आठवें महंत हैं। बालकनाथ ओबीसी वर्ग से आते हैं। महंत बालकनाथ ने तिजारा सीट से जीत भी हासिल कर ली है। इससे पहले तक वो भाजपा के सांसद थे। माना जा रहा कि भाजपा शीर्ष नेतृत्त्व युवा चहरे महंत बालकनाथ को मौका दे सकती है। सोशल मीडिया पर भी इनके नाम की चर्चा खूब जोरोशोरों से चल रही है। स्थिति ऐसी हो गई की इन्हे खुद सोशल मीडिया के जरिए उनके नाम को लेकर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करने को कहना पड़ा। इसके बाद भी वो एक प्रबल दावेदार हैं
कई और नाम चर्चा में
सीएम की रेस में केंद्र सरकार में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम भी शामिल है। वो जोधपुर लोकसभा सीट से सांसद है। उनकी राजस्थान में अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके अलावा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नाम की भी काफी चर्चा है। सांसद रहते विधायक का चुनाव लड़ने वाली दिया कुमारी को भी एक ऑप्शन माना जा रहा है। दिया कुमारी को वसुंधरा राजे सिंधिया के विकल्प के रूप में भी देखा जा रहा है।
चौंकाने वाले नाम की भी आशंका
मध्य प्रदेश में जिस तरह सीएम के नाम से भाजपा ने सभी को चौंकाया है। उसको लेकर राजस्थान में भी कयासों के बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि राजस्थान में भी बिलकुल ही नए चेहरे को भाजपा कमान सौंप सकती है। किसी ऐसे को सीएम बनाया जा सकता है जिसका नाम अभी तक सीएम की रेस में दूर-दूर तक नहीं है।