नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ में बना गठबंधन सीट शेयरिंग की बात होते होते बिखरने लगा है। ममता बनर्जी, जो शुरू से ही गठबंधन से अलग अलग मुद्दों पर नाखुश थीं। अब कांग्रेस ने उन्हें नाराज होने का मौका दे दिया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर सीधे सीधे भाजपा और नरेंद्र मोदी से मिले होने का आरोप लगाया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता वास्तव में गठबंधन नहीं चाहतीं क्योंकि वह पीएम मोदी की सेवा में व्यस्त हैं। यही नहीं अधीर रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि ममता कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं चाहती थीं।
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ममता बनर्जी और भाजपा से लड़ने को तैयार कांग्रेस
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने साफ कहा है “ममता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेवा करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने दम पर पश्चिम बंगाल और देश में चुनाव लड़ने को तैयार है। वह भाजपा और ममता दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि “हमने भीख नहीं मांगी है। ममता बनर्जी ने खुद कहा कि वह गठबंधन चाहती हैं। हमें ममता बनर्जी की दया की जरूरत नहीं है। हम अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं।”
ममता बनर्जी के दो ऑफर्स पर नाराज है कांग्रेस
ममता और कांग्रेस का पश्चिम बंगाल में नहीं बनने के दो कारण है। ये दोनों कारण, ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस को दिए गए ऑफर्स से जुड़े हुए हैं। पहले तो ममता ने मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम उम्मीदवार बनाने का ऑफर दिया, जिसने कांग्रेस के बड़े धड़े को एंटी राहुल गांधी वाला फील दिया। कांग्रेस के नेता ममता बनर्जी के इस ऑफर से नाराज थे ही कि उनकी ओर से एक और बयान आया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में सिर्फ दो सीटें देने का इशारा दिया। इसके बाद से कांग्रेस नेता लगातार ममता से किनारा कर रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी की तो वैसे भी कांग्रेस से नहीं बनी है।