नवादा में दलित बस्ती जलाए जाने के मामले में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) का बड़ा बयान सामने आया है। जीतन राम मांझी ने इसके लिए यादव समाज के लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। जीतन राम मांझी ने कहा कि दलित-महा दलित को यादव समाज के लोग दबाने का काम करते हैं। उनके द्वारा इन्हें डराया और धमकाया जाता है। मांझी ने आगे कहा कि यादव समाज के लोग पासवान जाति के कुछ लोगों को आगे कर कर इस घटना का अंजाम दिया है।
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में मुसहर और चमार जाति के लोग वर्षों से एक जगह पर साथ-साथ रह रहे हैं। मुसहर जाति के लोग रह रहे हैं। लेकिन, विरोधी पक्ष के लोग यादव समाज के लोग हैं। उन्होंने जमीन के लिए कुछ मुसहर जाति के लोगों को अपने पक्ष में रखकर घटना को अंजाम दिया है। मांझी ने कहा कि अभी तक पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, इसमें से 12 यादव पकड़े गए हैं। इससे साबित हो रहा है कि ये लोग बिहार में अभियान चला कर शेड्यूल कास्ट को टारगेट कर रहे हैं। कुछ लोग साजिश के तहत शेड्यूल कास्ट की जमीन को कब्जे में लेकर अपना मकान बनाते हैं। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
वहीं विपक्ष की तरफ से दलित समाज के नेताओं की चुप्पी के सवाल खड़ा करने पर जीतनराम मांझी ने कहा कि जब हम विधानसभा के सदस्य थे, तब भी हमने बोला था कि 70 फ़ीसदी एक पार्टी विशेष के लोग एक समाज के लोग हैं। उनके द्वारा ज़मीनों पर कब्जा किया जा रहा है। बिहार विधानसभा में भी हमने कहा था कि सरकार इस पर ध्यान दे। मांझी ने इशारों ही इशारों में आरजेडी पर खूब हमला बोला।
चिराग पासवान ने की न्यायिक जांच की मांग
इधर, केंद्रीय चिराग पासवान ने नवादा मामले को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है। चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लिखा- बिहार के नवादा में दबंगों और अपराधियों द्वारा महादलित टोले के लगभग 80 घरों में आग लगाने की ख़बर बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। एनडीए सरकार का प्रमुख सहयोगी होने के नाते माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से मांग करता हूं कि ऐसे दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोर से कठोर सजा दी जाए और पीड़ितों की आर्थिक मदद का हर संभव प्रावधान करें। साथ ही, मामले की न्यायिक जांच की भी मांग करता हूं ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना करने की हिमाकत भी न करे। पीड़ित परिजनों के प्रति मेरी और मेरे पार्टी की गहरी संवेदना है, मैं जल्द ही घटनास्थल का दौरा कर परिजनों से मुलाकात करूंगा।