जीतन मांझी के मंत्री बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद विपक्षी एकता की बात कर रहे नीतीश कुमार को गहरा झटका लगा है। इसे महागठबंधन में बड़ी टूट माना जा रहा है। इसको लेकर मुख्यमंत्री के आवास पर एक बैठक बुलाई गई। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, वित्त विजय कुमार चौधरी और ऊर्जा विजेंद्र यादव पहुंचे हैं और वहां मंथन चल रहा है। मंत्री विजय चौधरी संतोष सुमन का इस्तीफा लेकर सीएम आवास पहुंचे हैं।
जदयू ने कहा – ताकत के हिसाब से हिस्सेदारी मांगी जाती है
संतोष मांझी के इस्तीफे पर जदयू के वरीय नेता वृषण पटेल ने कहा कि मांझी परिवार के लिए ज्यादा चिंतित रहते हैं। कहा कि ताकत के हिसाब से हिस्सेदारी मांगी जाती है। देश तोड़ने वालों के साथ मांझी जी जा रहे हैं। वहीं मंत्री लेसी सिंह ने भी बड़ी बात कह दी है। लेसी सिंह ने कहा है कि संतोष सुमन के इस्तीफे से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं। लेसी सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार ने मांझी को अपनी कुर्सी तक दे दी थी और उन्हें बिहार का सीएम बनाकर सम्मानित करने का काम किया था। इससे बड़ा सम्मान किसी और के लिए क्या हो सकता है। गोपाल
पुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल ने जीतन राम मांझी को लेकर कहा कि वह बड़े नेता नहीं हैं, जिनके रहने या जाने से सरकार को प्रभाव पड़ेगा। आनेवाली बैठक में इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।