पटना में शुक्रवार को हुई 15 दलों की बैठक समाप्त हो गई है। नीतीश कुमार के संयोजन में हुई इस बैठक में सभी दल भाजपा के खिलाफ लड़ने को एकमत हुए है। बैठक में लड़ने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक के बाद साझा प्रेस कांफ्रेंस हुई। इसमें नीतीश कुमार, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, लालू यादव, शरद पवार, ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, डी राजा, सीताराम येचुरी, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, ललन सिंह, दीपांकर भट्टाचार्य मौजूद रहे।
बैठक के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस LIVE
- सभी दलों की संयुक्त बैठक जुलाई 2023 में होगी
- अगली बैठक शिमला में होगी
- संयुक्त रूप से होने वाली अगली बैठक में गठबंधन के संयोजक का नाम तय होगा
- एक साथ चलने की सहमति बनी है : नीतीश कुमार
- अगली मीटिंग मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में होगी। उसी मीटिंग में तय होगा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा?
- अभी जो शासन में हैं, वे देश के हित में काम नहीं कर रहे : नीतीश कुमार
- अगली बैठक 12 जुलाई को शिमला में होगी : खड़गे
- हर राज्य के लिए अलग अलग स्ट्रेटजी बनाई जाएगी : खड़गे
- नीतीश कुमार ने बिहार की कई डिशेज लंच में खिला दी : राहुल गांधी
- हिंदुस्तान की नींव पर भाजपा और आरएसएस आक्रमण कर रही है। यह विचारधारा की लड़ाई है, जिसमें हम साथ खड़े हैं। हम सभी डिफरेंसेज तो हैं लेकिन निर्णय हुआ है कि हम एक साथ फ्लेक्सिबिलिटी के साथ काम करेंगे। अगली मीटिंग में और गहराई में ले जाएंगे। विपक्षी एकता एक प्रक्रिया है, जो सही तरीके से आगे बढ़ रही है। : राहुल गांधी
- पटना में जो बैठक हुई है, वो बेहतर माहौल में हुई है। पटना में मीटिंग करने को मैंने ही बोला था। दिल्ली की बैठकों का नतीजा नहीं निकलता, बिहार से जन आंदोलन खड़ा होता है। आज की बैठक में तीन बातों पर निर्णय हुआ है। पहली बात ये है कि हम एक हैं। दूसरी बात ये है कि हम एक साथ लड़ेंगे। तीसरी बात ये है कि हम भाजपा की तानाशाही के खिलाफ लड़ना है। राज्यों में राजभवन को वैकल्पिक सरकार की तरह ट्रीट किया जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाते हैं। अगर अगले चुनाव में भाजपा जीत गई तो अगली बार ये लोग चुनाव ही नहीं कराएंगे। : ममता बनर्जी
- समाज की एकता खतरे में है। जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में एक संदेश बिहार से गया था और देश भर में उसका संदेश गया था। इस बार नीतीश कुमार ने यह कोशिश की है, जो अवश्य सफल होगी। हमें पूरा विश्वास है कि देश की जनता हमारा समर्थन करेगी। : शरद पवार
- हम सभी का यहां जमा होना सबसे बड़ी कामयाबी है। हमारे डेमोक्रेसी पर अटैक हो रहा है और उसकी लैबोरेटरी कश्मीर है। नेहरु के मुल्क के साथ हमने हाथ मिलाया था, वही आइडिया ऑफ इंडिया था। अल्पसंख्यकों को आज टारगेट किया जा रहा है। हमारे पास सीटें जरुर कम है, लेकिन हम पूरा सपोर्ट करेंगे। हमारी कोशिश यही है कि गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क बनने नहीं देंगे। : महबूबा मुफ्ती
- कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पार्टी के नेता आज आए हैं। हममें भिन्नता हो सकती है लेकिन देश की एकता व अखंडता कायम रखने के लिए हम एक साथ आए हैं। जो भी प्रजातंत्र पर अटैक करेगा, हम उसके खिलाफ रहेंगे। : उद्धव ठाकरे
- यहां इतने लोगों का जमावड़ा बहुत बड़ी बात है। पूरे देश के दलों ने इसमें हिस्सा लिया है। हमारी लड़ाई उसूलों और विचारधारा की है। यह मुल्क को बचाने की लड़ाई है। हम मिले हैं इस देश को बरबादी से बचाने के लिए। हम डेमोक्रेसी को फिर से कायम करना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर में हर दिन जम्हूरियत का क’त्ल हो रहा है। पीएम मोदी अमेरिका में डेमोक्रेसी की बात कर रहे हैं लेकिन कश्मीर में यह लागू नहीं होता। पांच साल से राष्ट्रपति शासन है। हमारी बात है कि कश्मीर में चुनाव हो। : उमर अब्दुल्ला
- मुख्य बात यह है हमें अपने देश के चरित्र की हिफाजत करनी है। देश का चरित्र सेक्युलर डेमोक्रेटिक है। इसे हिंदुत्व राष्ट्र के रूप में बदलने की कोशिश हो रही है। आने वाले दिनों में राजनीतिक कार्यक्रमों के साथ जन आंदोलन भी होंगे। : सीताराम येचुरी
- लोकतंत्र को बचाने का हमारा साझा संकल्प है। बिहार सबसे ज्यादा आंदोलनों का प्रदेश है। आने वाला चुनाव जन आंदोलन बने यही हमारी कोशिश होगी। : दीपांकर भट्टाचार्य
- वर्तमान देश के हालात को लेकर आज की चर्चा हुई है। आज लोकतंत्र में कुछ चीजों पर प्रहार हो रहा है। देश की जो दुनिया में छवि रही है, अनेकता में एकता, उसे धूमिल करने का प्रयास हो रहा है। आज की बैठक पहली झलक है। : हेमंत सोरेन
- नवजागरण का माहौल बना है। दल नहीं देश के नेता मिले हैं। पटना का संदेश यही है कि हम मिलकर काम करेंगे। देश कैसे आगे बढ़े, उस दिशा में हम मिल कर काम करेंगे। : अखिलेश यादव
- आज जो बैठक हुई वो सफल रही है। तय हुआ है कि शिमला में भी बैठक होगी। उसमें हम आगे के कार्यक्रम तय करेंगे। एक होकर लड़ना है। देश की जनता कहती थी कि हम लोग अलग रहते हैं इस कारण भाजपा जीत जाती है। नरेंद्र मोदी अमेरिका में चंदन का लकड़ी बांट रहे हैं। उसी अमेरिका ने मोदी को अपने यहां आने से मना कर दिया था। देश टूट के कगार पर खड़ा है। भिंडी 60 रुपए किलो हो गया है। सबको आटा, दाल, चावल का रेट पता है। इस बार कर्नाटक में महावीर जी ऐसा नाराज हुए भाजपा पर कि राहुल गांधी की पार्टी जीत गई। हनुमान जी अब हमलोग के साथ हैं। भाजपा और नरेंद्र मोदी का जाना तो तय है, बुरा हाल होने वाला है। एकाएक 2000 का नोट बंद कर दिया। 1000 खत्म कर 2000 शुरू किया और फिर उसको बंद किया। राहुल गांधी इन दिनों अच्छा काम कर रहे हैं। लोकसभा में अडानी के मामले में अच्छा काम किए। राहुल गांधी को शादी भी कर लेना चाहिए था। अभी भी समय बीता नहीं है। शादी करिए, हमलोग बारात चलेंगे। : लालू यादव
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